अयोध्या : वरिष्ठ संवाददाता
अयोध्या का दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. अयोध्या में दिवाली की पूर्व संध्या पर सरयू तट पर एक साथ 15 लाख 76 हजार दीये जलाए गए. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि श्रीराम भारत के कण कण में हैं, जन-जन के मन में हैं. राममंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त 2020 को ‘भूमि पूजन’ के बाद प्रधानमंत्री का यह पहला अयोध्या दौरा है.
दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए रामायणकालीन व राम-सीता व ऋषि मुनियों समेत 35 स्वागत द्वार बनाये गए. इस अवसर पर 10 राज्यों के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी और 16 झांकियां निकलीं. यहाँ रूस, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, फिजी, नेपाल और त्रिनिडाड व टोबैगो समेत 8 देशों की रामलीला का मंचन किया गया, जिसमें 120 विदेशी कलाकारों की प्रतिभा को रामनगरी में मंच मिला.
अयोध्या के कण-कण में श्री राम समाहित हैं – पीएम मोदी
दीपोत्सव समारोह में शामिल होने के लिये अयोध्या पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री राम मंदिर पहुंचे और रामलला की पूजा अर्चना की. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद थे. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘अयोध्या के कण-कण में श्री राम समाहित है. आज अयोध्या की रामलीलाओं, सरयू आरती, दीपोत्सव और रामायण पर शोध और अनुसंधान के माध्यम से यह दर्शन पूरे विश्व में प्रसारित हो रहा है. आजादी के इस अमृत काल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी.
अयोध्या में दिखा एक भारत, श्रेष्ठ भारत
सीएम योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना एक भारत, श्रेष्ठ भारत रविवार को अयोध्या में देखने को मिला, जहां हर भाषा, शैली, जाति के लोग दीपोत्सव में आस्था का दीप प्रज्ज्वलित करने के लिए उमड़ पड़े. इसका प्रमाण है कि अयोध्या स्थित सरयू तट पर एक साथ 15 लाख 76 हजार दीये जला दिए गए और यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल हो गया.