कोरोना : 22 राज्यों में 15% पॉजिटिविटी रेट, कुछ राज्यों में केसों में कमी देखी जा रही है- स्वास्थ्य मंत्रालय

दिल्ली: डॉ निशा सिंह

देश में कोरोना के हालात को लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया को ब्रीफ है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अभी तक 81.77% ठीक हो चुके हैं. जबकि अभी तक 2 लाख करीब डेथ हुई है. 2 मई को 3 लाख 92 हजार कोरोना केस सामने आये हैं. कुछ हद तक केस में कमी देखी जा रही है. 12 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा केस सामने आये हैं. जहां केस ज्यादा हैं वहां के लिए ज्यादा फोकस है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 22 राज्य में 15% पॉजिटिविटी रेट है

छत्तीसगढ़, दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में केस में कमी देखी जा रही है, लेकिन ये अभी शुरुआती है. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, सिक्किम में केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महारष्ट्र के 12 जिलों में पिछले 15 दिनों से केस में कमी देखी जा रही है. स्टेट और डिस्ट्रिक लेवल पर कण्ट्रोल करने कोशिश और भी करने की जरुरत है. आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, चंडीगढ़, हिमाचल, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मिजोरम आदि जगहों पर मामले increasing trend में है. 12 राज्यों में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस है. 7 राज्य में एक्टिव केस 50 हजार से 1 लाख केस और 17 राज्यों में 50 हजार से कम एक्टिव केस है.

स्वास्थ्य मंत्रालय संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा पीएम मोदी ने आज ह्यूमन रिसोर्सेज को बढाने को लेकर निर्णय लिया है. मेडिकल इंटर्न को कोविड ड्यूटी के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. फाइनल ईयर के एमबीबीएस स्टूडेंट्स की भी मदद ली जाएगी. कोविड में ड्यूटी के 100 दिनों को पूरा करने वाले चिकित्सा कर्मियों को नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी.

कोविड ड्यूटी करने वाले चिकित्साकर्मियों को नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी:पीएमओ

इसके पहले आज कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 से लड़ने के लिए चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए एक अहम फैसला लिया है. इसके तहत NEET-PG परीक्षा को कम से कम 4 महीने के लिए स्थगित करने को कहा गया है. पीएमओ ऑफिस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्रों को फैकल्टी की देखरेख में टेलीकंस्लटेशन और हल्के कोविड मामलों की निगरानी के लिए उपयोग किया जा सकता है. सीनियर डॉक्टर्स और नर्सों की देखरेख में बीएससी / जीएनएम की योग्य नर्सों का पूर्णकालिक कॉविड नर्सिंग में उपयोग किया जाएगा। पीएमओ ने कहा है कि वे चिकित्साकर्मी जिन्होंने कोविड ड्यूटी में 100 दिन पूरे कर लिए हैं, उन्हें प्रतिष्ठित कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा.साथ ही कोविड ड्यूटी पर 100 दिन पूरा करने वाले चिकित्साकर्मियों को नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी. मेडिकल इंटर्न अपने फैकल्टी की देखरेख में कोविड मैनेजमेंट ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे.

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