दिल्ली: डॉ. निशा सिंह
देश में सक्रिय मामलों की संख्या 21,57,000 है. यह संख्या पिछले साल के हमारे अधिकतम संख्या के दो गुणा है. रिकवरी दर 85% है. मृत्यु दर 1.17% है. पिछले साल औसत सबसे ज्यादा मामले 94,000 प्रतिदिन के पास दर्ज़ किए गए थे. इस बार पिछले 24 घंटों में 2,95,000 मामले दर्ज़ किए गए हैं.
देश में 13 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज़ दी जा चुकी है. पिछले 24 घंटों में लगभग 30 लाख वैक्सीन डोज़ दी गई है. देश में लगभग 87% स्वास्थ्यकर्मियों को उनकी पहली डोज़ दी जा चुकी है. देश में 79% फ्रंट लाइन वर्कर्स को पहली डोज़ मिल चुकी है.
राजेश भूषण,स्वास्थ्य सचिव ने मीडिया ब्रीफिंग में क्या कहा
केंद्र सरकार की तरफ से अब प्राइवेट अस्पतालों को टीका नहीं मिलेगा. सरकारी सेन्टर्स पर पहले की तरह फ्री वैक्सीन होगी. वैक्सीनेशन सेन्टर्स को अभी के मुताबिक प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. भारत सरकार पहले की ही तरह वैक्सीन अलॉट करेगी. एडवांस में राज्यों को केंद्र बताएंगी कि आपको कितनी वैक्सीन मिल रही है. ये परफॉर्मेंस, इंफेक्शन का रेट और और वेस्टेज क्या है राज्य में, इन आधार पर केंद्र से राज्यो को टीका मिलेगा.
देश के 146 जिले सरकार के लिए चिंता का विषय हैं. इन जिलों में 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है. सेकंड वेब में देश के लगभग सभी राज्य हैं. अभी जो एक्टिव केस हैं वो पिछले साल के एक्टिव केस के दोगुना है. 740 जिलों में 146 जिलों में 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट हैं, ये जिले चिंता का विषय है. 274 जिले में 5 से 15% पॉजिटिविटी रेट है. 308 जिलों में 5% से कम पॉजिटिविटी रेट हैं. दवा दुकानों में नहीं मिलेगी कोरोना वैक्सीन.
जब भी एक्टिव केसेज की संख्या बढती है तब अस्पतालों की डिमांड बढती है, राज्यों में राज्य सरकारों द्वारा बेड की व्यवस्था की जाती है, दिल्ली के बारे में बताता हूं, पहली मार्च को 510 बेड उपल्बध थे दिल्ली के 3 सेंट्रल अस्पतालों में, 20 अप्रैल को भारत सरकार के अस्पतालो में 2,105 बढा दिये गये, आने वालो दिनों में 164 आक्सीजन बेड 122 बेड और जुड जायेंगे, 2105 बेड एम्स, सफदरजंग, ईएसआ के ओखला अस्पताल में उपलब्दध है, इसके अलावा रेलवे ने सकूरबस्ती में 50 कोचेज लगाई है, इसमें 800 बेड है, आनंद विहार स्टेशन में 25 कोचेज में 400 बेड का प्रावधान किया गया है, इसके अलावा डीआरडीओ ने धोलाकुआं मे फिल्ड अस्पताल को पुन चालू किया है, 1,200 बेड रेलवे द्वारा और 500 बेड डीआरडीओ द्वारा भी जुड जायेंगे, दिल्ली सरकार ने भी बेड बढाये हैं.
13 करोड वैक्सीनेशन हो चुके हैं देश में, 87 परसेंट हैल्थ केयर वर्कर को उनकी पहली डोज मिल चुकी है, 80 परसेंट हेल्थ केयर वर्कर को दूसरी डोज, फ्रंटलाइन वर्कर में 79 परसेंट को पहली डोज मिल चुकी है, राज्यों की स्थिति बताता हूं – अनेक राज्यों ने शत प्रतिशत वर्कर को वैक्सीन दिया है.
8 राज्य और यूटी ऐसे भी हैं जिन्होंने 75 परसेंट से कम हेल्थलाइन वर्कर को डोज दिया है, ऐसे 11 राज्य हैं (10 राज्य और 1 यूटी) जिन्होंने 65 परसेंट से कम फ्रंटलाइन वर्कर को डोज दिया है, ऐसे मामले जहां लोगों की पहली डोज दी गई और पहली डोज के बाद संक्रमित हो गये – इसकी जानकारी दी जायेगी. 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू हुआ, प्रारंभ में उन पर फोकस था, जिनको प्रोटेक्ट करने से स्वास्थ्य व्यवस्था प्रोटेक्ट होती है, आगे जाते हुए अलग अलग उम्र के लोगों के लिए इसे खोला गया.
बलराम भार्गव,ICMR-
देश मे कोवैक्सीन 1.1 करोड़ लिया गया, जिसमें पहली डोज लेने के बाद 4,208 और 695 दूसरी डोज लेने के बाद पॉजिटिव हुए. कोविशील्ड 17,145 पहली डोज के बाद और दूसरी डोज के बाद 5,014 पॉजिटिव हुए.
वी के पॉल, सदस्य, नीति आयोग
देश मे 60 साल से ऊपर 10 करोड़ आबादी है, जिनमें 4.7 करोड़ लोगों को पहली डोज दी गयी है. बाहर के वैक्सीन निर्माताओं से बातचीत चल रही है. भारत में स्वदेशी वैक्सीन बायोलॉजिकल ई वैक्सीन अगस्त से उपलब्ध होगी. ये वैक्सीन केंद्र सरकार के मदद से बन रही है. बायोलॉजिकल ई का फेज टू और ट्रायल खत्म हो चुका है. जल्द फेज थ्री में ट्रायल में जाएंगे. ये भारतीय वैक्सीन है जो केंद्र सरकार के मदद से बन रही है.