घरेलू परीक्षण किट तीन दिनों में मिलने लगेंगे : मात्र 15 मिनट में पता लग जाएगा-कोरोना है कि नहीं

दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता

अब आप घर बैठे ही खुद से कोरोना की जांच कर सकते हैं, वो भी मात्र 15 मिनटों में और कीमत भी बस 250 रुपये रखी गयी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने घर पर कोरोना वायरस टेस्टिंग (Covid-19 Home Test Kit) के लिए कोविसेल्फ (COVISELF) नामक किट को मंजूरी दे दी है. इस किट के बाद अब लोग महज 250 रुपये खर्च कर घर पर ही कोविड टेस्ट कर सकते हैं. ICMR ने जांच के लिए भी एडवाइजरी जारी की है, जिसमें फिजूल जांच नहीं करने की सलाह दी गई है. पुणे में माई लैब द्वारा विकसित घरेलू परीक्षण किट को आईसीएमआर द्वारा अनुमोदित किया गया है।

देश में कोरोना और टीकाकरण की स्थिति के बारे में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए आइसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस महीने के अंत तक 25 लाख टेस्ट और जून के अंत तक 45 लाख टेस्ट करने का है। तेजी से रिजल्ट हासिल करने के लिए अधिक रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाने चाहिए। इसके बाद फिर रोगी को जल्दी से आइसोलेट कर सकते हैं। डॉ बलराम भार्गव ने घर पर कोविड टेस्ट करने के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि स्टेप 1 यह है कि आप एक केमिस्ट शॉप से टेस्ट किट खरीदते हैं। स्टेप 2- मोबाइल ऐप डाउनलोड करें। स्टेप 3- घर पर टेस्ट करें। स्टेप 4- मोबाइल इमेज पर क्लिक करें और अपलोड करें। टेस्ट रिजल्ट आ जाएगा। 3-4 दिनों के भीतर यह बाजार में उपलब्ध हो जाना चाहिए। कोविड की घरेलू टेस्ट के लिए एक कंपनी ने पहले ही आवेदन कर दिया है और 3 पाइपलाइन में हैं। अगले सप्ताह के भीतर हमारे पास 3 और कंपनियां होनी चाहिए।
मायलैब देश की पहली कंपनी बन गई है जिसने कोरोना डायग्नोस्टिक किट विकसित की है। माई लैब के रैपिड एंटीजन टेस्ट किट को पाथोकैच कहा जाता है। इस किट से सिर्फ 15 मिनट में कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मिल जाएगी। माय लैब के डायरेक्टर सुजीत जैन ने कहा कि यह किट एक हप्ते में बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी। आपके मोबाइल के डेटा को आईसीएमआर के टेस्टिंग पोर्टल स्टोर से जोड़ा जाएगा। इस परीक्षण के माध्यम से पॉजिटिव रिपोर्ट वालों को पॉजिटिव माना जाएगा और उन्हें किसी अन्य परीक्षण की आवश्यकता नहीं होगी। जो मरीज पॉजिटिव होंगे उन्हें होम आइसोलेशन को लेकर आईसीएमआर और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। लक्षणों के बावजूद रिपोर्ट निगेटिव आने पर आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा।

उन्होंने कहा कि डीआरडीओ की 2 DG दवा एक नई दवा नहीं, बल्कि एक फिर से उपयोग की जाने वाली दवा है। पहले इसका इस्तेमाल कैंसर के इलाज के लिए किया जाता था। इसके टेस्ट के रिजल्ट DCGI को दिए गए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देशभर में 3 मई को सक्रिय मामले 17.13 फीसद थे, वे अब 12.1 फीसद रह गए हैं। रिकवरी रेट 81.7 फीसद से बढ़कर 86.7 फीसद हो गई है। पिछले 10 दिनों में सक्रिय मामलों और रिकवर मामलों की तुलना करें तो 10 में से 9 दिनों को रिकवर मामले ज्यादा दर्ज किए गए। देश के कुल सक्रिय मामलों का 69 फीसद सिर्फ 8 राज्यों में हैं। 21 राज्य ऐसे हैं, जहां रोजाना रिकवर मामलों की संख्या नए मामलों से ज्यादा हैं।पिछले 24 घंटों में देशभर में 2,76,000 मामले दर्ज़ किए गए हैं। इसमें से 77 फीसद मामले 10 राज्यों से हैं। अब तक पूरे देश में करीब 18 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है। इसमें 18-44 साल के बीच के लोगों को अब तक लगभग 70 लाख डोज दी गई है। उन्होंने कहा कि देश के 8 राज्यों में 1 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं।

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *