कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन जारी है. इधर हार की जिम्मेदारी लेते हुए एस आर बोम्मई मैंने इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है. आंकड़ों की बात करें तो 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में बहुमत के लिए 113 सीटों की जरुरत है, लेकिन कांग्रेस इससे बहुत आगे जाते हुए 136 सीटों पर कब्जा कर चुकी है, जबकि सत्ताधारी बीजेपी को 65 सीटें मिली है. जेडीएस को 19 तथा अन्य को 4 सीटें मिली है.
कर्नाटक में मिली शानदार जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि विधायक दल की बैठक के बाद सीएम का नाम तय होगा और यह बैठक रविवार दोपहर को होगी. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों से साफ है कि जेडीएस और भाजपा की सीटें कम होकर कांग्रेस के खाते में जुड़ गई. बीजेपी के मौजूदा विधायकों सहित 14 मंत्रियों को भी हार का सामना करना पड़ा है. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के ताबड़तोड़ चुनावी दौरों और जनसभाओं के बाद भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा, इसको लेकर भाजपा में मंथन हो रहा है. बता दें कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस इस जीत से उत्साहित नजर आएगी तो भाजपा को अपनी रणनीति बनानी होगी. अब इसपर विचार-विमर्श चलता रहेगा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के कारण कांग्रेस को यह सफलता मिली या भाजपा की पहल पर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता और बंगला छीना जाना असर कर गया या फिर एंटी इनकंबेसी की कर्नाटक की परंपरा इस बार भी कायम रही.
यह मोहब्बत की जीत है : राहुल गांधी
कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत को लेकर राहुल गांधी ने कहा है कि नफरत हार गई और मोहब्बत जीत गई है. धर्म के नाम पर नफरत फ़ैलाने वालों को कर्नाटक की जनता ने नकार दिया है. कांग्रेस की जीत की शुरुआत हो चुकी है और कर्नाटक से यह आगाज हुआ है. सभी विपक्षी नेताओं ने कांग्रेस की जीत पर आगामी लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की बात कही है. सिद्धारमैया ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने कर्नाटक के लोगों को एकजुट किया.
शार्प वे न्यूज नेटवर्क