न्यूज डेस्क
कांग्रेस पार्टी अपनी बात अपने कार्यकर्ताओं और आम जनता तक पहुंचाने के लिए खुद का यूट्यूब चैनल लांच कर दिया है, जिसका नाम आईएनसी टीवी (INC TV) है. पार्टी ने सत्ताधारी दल के प्रभाव में मीडिया द्वारा कांग्रेस को तरजीह नहीं दिए जाने का आरोप भी लगाया है और अब इस यू ट्यूब चैनल के माध्यम से अपनी बात लोगों तक पहुंचाएगी. अंबेडकर जयंती यानी 14 अप्रैल को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस चैनल को औपचारिक रूप से लांच किया. इस लॉन्चिंग समारोह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर पर बनी एक छोटी डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई. लांचिंग समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गांधी जी के एक पत्रकार के रूप में सच के आदर्शों के सिद्धांत पर चैनल को चलायी जायेगी. खड़गे ने कहा कि मोदी के शासन काल में विपक्ष की आवाज को दबा दिया गया, इसलिए चैनल की जरूरत पड़ी है.
चैनल पर गांधी परिवार और कांग्रेस पार्टी के विचारों को साझा किया जाएगा
इस चैनल पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं खासतौर पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के विचार साझा किए जाएंगे. चैनल पर कांग्रेस पार्टी की तमाम समसामयिक राजनीतिक विषयों पर राय और संसद में पार्टी की सरकारी विधेयकों पर विचार जैसे मुद्दों को साझा किया जाएगा. पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों, सूचनाओं को अपने कार्यकर्ताओं और आम लोगों तक पहुंचाने के लिए रोचक कार्यक्रम भी बनाए जाएंगे. फिलहाल कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया के जरिए रोजगार, छात्रों के मुद्दे, कोरोना, महंगाई, किसानों के मुद्दे सहित तमाम मसलों पर पहले से ही आक्रामक अभियान चला रही है.
एकतरफा कार्यक्रम चलाने के आरोप में कांग्रेस ने टीवी चैनलों की डिबेट में जाना बंद कर दिया था
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने कुछ महीने पहले कई न्यूज़ चैनलों पर एक तरफा बहस करने और देश के मुद्दों की बजाए बांटने वाले मुद्दों पर बहस करने का आरोप लगाते हुए टीवी चैनलों की डिबेट में जाना भी बंद कर दिया था. हालांकि कुछ महीने के बाद कांग्रेस ने अपने प्रवक्ताओं को न्यूज़ चैनलों की डिबेट में दोबारा भेजने का फैसला किया था. कांग्रेस लगातार आरोप लगाती है कि विपक्षी दलों की आवाज कई टीवी चैनल
सत्ताधारी पार्टी के प्रभाव में नहीं उठाते हैं, इसलिए कांग्रेस ने खुद का यूट्यूब चैनल लाया है. शुरुआत में यह प्रोग्रामिंग पर आधारित चैनल होगा जिसे बाद में 24 घंटे वाले यू ट्यूब चैनल के रूप में तब्दील कर दिया जाएगा. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इससे कांग्रेस अपनी आक्रामक अंदाज को नया धार दे सकेगी और सत्ताधारी पार्टी से मुकाबला कर सकेगी.