दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता
एक अप्रैल से होने वाले बदलावों से जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा. अब जहां पीएफ खाते और क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स चुकाना होगा, वहीं होम लोन पर मिल रही अतिरिक्त छूट से भी हाथ धोना पड़ेगा. इसके अलावा भी कई बदलाव हो रहे हैं जो जनता की जेब पर बोझ बढ़ाएंगे.
दवाएं हो जाएंगी महंगी
एक अप्रैल से लगभग 800 आवश्यक दवाओं की कीमतों में 10.7 की बढ़ोतरी होने वाली है, जिनमें पैरासिटामॉल भी शामिल है. राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारक प्राधिकरण (NPPA) ने इन दवाओं के थोक मूल्य सूचकांक में बदलाव को अपनी मंजूरी दे दी है.
वाहनों के दाम बढ़ जाएंगे
बड़ी कंपनियां वाहनों के दाम में बढ़ोतरी कर देंगी. टाटा मोटर्स अपने वाणिज्यिक वाहनों की कीमतें 2.5 फीसदी तक बढ़ाएगी तो मर्सिडीज बेंज इंडिया तीन फीसदी और टोयोटा कीमतों को चार फीसदी तक बढ़ा देंगी, वहीं बीएमडब्ल्यू कीमतों में 3.5 की बढ़ोतरी करेगी.
होम लोन पर अतिरिक्त छूट खत्म हो जाएगा
2019 के बजट में आयकर कानून में सेक्शन 80ईईए जोड़ा गया था. इस सेक्शन के तहत पहली बार घर खरीदने वालों को होम लोन के ब्याज भुगतान पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त टैक्स कटौती का फायदा मिलता था, लेकिन बजट 2022 में इस धारा को आगे नहीं बढ़ाया गया है, इसलिए होम लोन पर अतिरिक्त छूट खत्म हो जाएगा.
पीएफ खाते पर टैक्स लगेगा
अब पीएफ खाते पर भी टैक्स लगेगा. ईपीएफ खाते में 2.5 लाख तक टैक्स फ्री योगदान होगा. अगर इससे ऊपर योगदान किया, तो ब्याज आय पर टैक्स लगेगा. सरकारी कर्मचारियों के मामले में जीपीएफ में टैक्स फ्री योगदान की सीमा पांच लाख रुपये सालाना होगी.
क्रिप्टो से होनेवाली कमाई पर टैक्स लगेगा
अब सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट या क्रिप्टो पर 30टैक्स लगेगा. क्रिप्टोकरेंसी बेचने पर निवेशक को जो फायदा होगा, उस पर टैक्स देना होगा. जब-जब कोई क्रिप्टोकरेंसी बेचेगा तो उसकी बिक्री का एक फीसदी टीडीएस भी कटेगा.
डाकघर में नकद ब्याज नहीं मिलेगा
डाकघर की मासिक आय योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना या डाकघर टर्म डिपॉजिट में ब्याज की राशि नकद नहीं मिलेगी. इसके लिए बचत खाता खोलना होगा. डाकघर बचत खाता या बैंक खाते को इन योजनाओं से लिंक भी करना होगा.
म्यूचुअल फंड में केवल डिजिटल भुगतान
अब से म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए भुगतान, चेक, बैंक ड्राफ्ट या अन्य भौतिक माध्यम से नहीं कर पाएंगे. म्यूचुअल फंड ट्रांजेक्शन एग्रीगेशन पोर्टल एमएफ यूटिलिटीज (एमएफयू) चेक-डिमांड ड्राफ्ट के जरिए पेमेंट बंद करने जा रहा है. म्युचुअल फंड में राशि जमा करने के लिए सिर्फ यूपीआई या नेटबैंकिंग की सुविधा मिलेगी.
एक्सिस बैंक के ग्राहकों को झटका लगेगा
एक्सिस बैंक में जिन ग्राहकों का वेतन अथवा बचत खाता है, उनके खाते में न्यूनतम बैलेंस की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दी गई है. साथ ही बैंक ने मुफ्त नकद निकासी की निर्धारित सीमा को भी बदलकर चार बार या 1.5 लाख रुपये कर दिया है.