डॉ. निशा सिंह
देश में कोरोना के घटते मामलों और कोविड के टीके का असर अब हर तरफ देखा जा सकता है. रेलवे भी अब अपनी सारी ट्रेनों को पटरी पर उतारने की तैयारी कर रहा है. मार्च के अंत तक सभी पैसेंजर ट्रेनें शुरू हो सकती हैं. ट्रेनों में सभी आवश्यक कोविड प्रोटोकॉल का पालन होगा.
रेलवे के मुताबिक मार्च के अंत तक सारी पैसेंजर ट्रेनें फिर से शुरू की जा सकती हैं. फिलहाल रेलवे 12000 पैसेंजर ट्रेनों में के केवल 1200 ट्रेनें ही चला पा रही है. रेलवे की 60 प्रतिशत से ज़्यादा मेल एक्सप्रेस ट्रेनें अभी स्पेशल ट्रेनों तौर पर चल रही हैं. लेकिन लोकल ट्रेनें अब भी शुरू नहीं की जा सकी हैं, जिनमें राजधानी, शताब्दी, दुरोंतो और प्रीमियम ट्रेनें शामिल हैं. हालांकि रेलवे ने कोरोना महामारी के दौरान भी मालगाड़ियों को चलाना बंद नहीं किया था. कोविड लॉकडाउन के दौरान क़रीब 4000 श्रमिक ट्रेनें भी चलाई गई थीं. इन ट्रेनों से देश के बड़े शहरों से श्रमिकों को बिहार, यूपी, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में घरों तक पहुंचाया गया था. दिवाली और छठ जैसे त्योहारों के दौरान फेस्टिवल स्पेशन ट्रेनें चलाकर भी मुसाफिरों की मांग पूरी की गई थी. अब स्थिति को सामान्य होते देखते हुए रेलवे अगले दो महीने में अपनी सभी पैसेंजर ट्रेनें फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है. इससे अब लोगों के आवागमन को लेकर परेशानी दूर होगी.
फरवरी के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगी ट्रेनों में IRCTC की ई-कैटरिंग की सुविधा
भारतीय रेलवे, कोरोना को नियंत्रित होते देखकर रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेनों में ई-केटरिंग (E-Catering) की सुविधा को फिर से शुरू करने जा रही है. इस सुविधा से ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों को ऑर्डर बुक करने पर सीट पर ही खाना मिल सकेगा.
ट्रेनों में फरवरी के पहले सप्ताह में IRCTC की ई-कैटरिंग की सुविधा शुरू हो जाएगी. ई- कैटरिंग सेवा कोविड के खतरे की वजह से 10 महीने से बंद पड़ा है. कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए ही यह सेवा शुरू होगी.
IRCTC के एजीएम अनिल गुप्ता ने कहा कि हमने अपने सारे वेंडर्स को बोल दिया है कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए सारी तैयारी करनी है. ये सेवा 10 महीने से बंद थी तो हमने इसे फिर से शुरू करने का प्लान किया है. इसके लिए फिर से तैयारी शुरू की गई है. रेल मंत्रायल की तरफ से इसके लिए मंज़ूरी मिल गई है.
IRCTC कोविड से पहले क़रीब 25 हज़ार भोजन हर रोज़ ई-कैटरिंग के ज़रिये मुहैया कराता रहा है. यह सुविधा सभी ट्रेनों में मौजूद है और करीब 700 से ज़्यादा वेंडर्स 364 स्टेशनों पर ई-कैटरिंग के ज़रिये खाना मुहैया कराते हैं. ई- कैटरिंग के लिए मोबाइल ऐप, ऑनलाइन या टोल फ्री नंबर से खाना बुक कराया जा सकता है. हालांकि फिलहाल रेलवे की महज़ 1500 ट्रेनें ही चल रही हैं लेकिन उम्मीद है कि नए वित्त वर्ष में सारी 12000 पैसेंजर ट्रेनें पटरी पर होंगी और मुसाफिरों से साथ ही ये रेलवे के सभी वेंडर्स के लिए राहत की ख़बर है.
IRCTC की इस सुविधा के माध्यम से यात्री ऑनलाइन ही पसंदीदा रेस्टोरेंट से अपना खाना ऑर्डर कर सकते हैं. ऑर्डर करने के समय यात्रियों को यह बता दिया जाएगा कि उनका खाना किस स्टेशन पर और कितनी देर में पहुंचेगा. यात्री को कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी. IRCTC ने रेल मंत्रालय से चुनिंदा रेलवे स्टेशनों पर ई-केटरिंग सेवा शुरू करने की अनुमति मांगी थी, जिसे रेल मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है.