पंजाब : चुनाव के पहले कैप्‍टन अमरिंदर का खेल खत्म, आज शाम में CLP की बैठक में नए मुख्यमंत्री के नाम पर होगा फैसला

Caption Amarinder Singh era ends

डॉ. निशा सिंह

पंजाब के कांग्रेस मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी अब लगभग जाने ही वाली है. अब सम्मानजनक विदाई के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह इस्तीफा देंगे या फिर विधायक दल की बैठक में ही अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे, इस पर निगाहें जमी हुई है. कैप्‍टन अमरिंदर की जगह किसे अब पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया जायेगा इसका फैसला आज शाम में विधायक दल की बैठक में हो जायेगा. शाम 5 बजे CLP बैठक के लिए प्रभारी हरीश रावत, अजय माकन और हरीश चौधरी को भी हाईकमान ने भेजा है. कांग्रेस महासचिव अजय माकन पर्यवेक्षक के रूप में चंडीगढ़ जा रहे हैं. राजस्थान सरकार में मंत्री हरीश चौधरी को दूसरा पर्यवेक्षक बनाया गया है. इससे पहले कैप्टन से नाखुश 40 विधायकों की चिट्ठी के बाद कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा फैसला लिया. हाईकमान ने आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में विधायक दल की बैठक बुला ली. आपको बता दें कि पहले पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी.

आज चंडीगढ़ में पंजाब कांग्रेस भवन में शाम को विधायक दल की मीटिंग से पहले ही पार्टी हाईकमान ने सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह से इस्‍तीफा मांग लिया है. कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा मांगा है. पिछले कई दिनों से उन्हें हटाने की तैयारी चल रही थी. इसके बाद आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नया नेता चुना जाएगा. अब कैप्टन ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ व सांसद मनीष तिवारी से बात की. सूत्रों की मानें तो कैप्टन ने आज ही पूरी कलह खत्म करने को कहा है. कैप्टन ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उन्हें CM पद से हटाया गया तो वो पार्टी भी छोड़ देंगे. सूत्रों ने कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को फोन करके कहा है कि उन्हें इस तरह की ह्यूमिलेशन बर्दाश्त नहीं है. अगर आज यह क्‍लेश खत्म नहीं हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे.

तो क्या कैप्‍टन अमरिंदर बीजेपी में जा रहे हैं ?

पंजाब विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू की लड़ाई में कौन जीतेगा कौन हारेगा इसका फैसला आज शाम में हो जायेगा, लेकिन कुल मिलाकर नुकसान कांग्रेस को ही होने वाला है. कांग्रेस को अपने दम पर पंजाब में सरकार बनाने वाले कैप्‍टन अमरिंदर को हटाने की रणनीति कांग्रेस के लिए कितना नुकसान या फ़ायदा देगा ये तो आने वाले चुनाव परिणाम के बाद ही चलेगा. कांग्रेस के फैसले से इतर कैप्‍टन अमरिंदर आगे क्या करेंगे, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन हालात के हिसाब से समझे तो साफ है कि कैप्‍टन अब बीजेपी की तरफ जाने वाले हैं. यानी पंजाब चुनाव में कैप्‍टन अमरिंदर कांग्रेस नहीं, बल्कि बीजेपी की ओर से चुनाव में लड़ते दिखेंगे, तो दूसरी ओर कांग्रेस की तरफ से नवजोत सिद्धू. इस तरह पंजाब चुनाव में कांग्रेस, बीजेपी, अकाली दल+बसपा के बीच संघर्ष होगा यानी त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.

Jetline

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *