दिल्ली: डॉ. निशा सिंह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजधानी दिल्ली में 5-6 जून को राष्ट्रीय महासचिवों के साथ दो दिवसीय बैठक करेंगे. यह बैठक उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों के संबंध में पार्टी की रणनीति की समीक्षा करने और उसे तैयार करने के लिए महत्वपूर्ण होगी. आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए अभी से मंथन करना शुरू कर दिया है. इस मीटिंग में कोरोना की दूसरी लहर से हुए नुक़सान के कारण राजनीतिक नुक़सान ना हो इस पर भी मंथन किया जायेगा.
अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात, गोवा और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें से पंजाब को छोड़कर सभी जगह बीजेपी शासित राज्य हैं. ऐसे में बीजेपी फिर से इन राज्यों में क़ाबिज़ होने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है, इसलिये वर्तमान परिस्थितियों के राजनीतिक माहौल को देखते हुए बीजेपी आलाकमान सक्रिय है. बीजेपी की रणनीति यही है कि अभी की परिस्थितियों के मुताबिक़ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक संगठन के माध्यम से सेवा कार्य पहुंचे जिससे उनके ज़ख़्मों पर मलहम लगाने का काम हो सके और जो नाराज़गी है वो जल्दी से जल्दी ख़त्म की जा सके.
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय महासचिवों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने राज्यों के बारे में तैयार रहें, विशेष रूप से जो राज्य प्रभारी हैं, वे अपने-अपने राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए जाने वाले हैं. शनिवार और रविवार दो दिनों तक राष्ट्रीय महामंत्रियों की बैठक में इन्हीं बिंदुओं पर चर्चा करके रणनीति तैयार की जायेगी और पहले से कोरोना काल में चल रहे सेवा कार्यों की समीक्षा की जायेगी. इसके साथ ही तीसरी लहर को लेकर पार्टी की तैयारियों का रोडमैप भी इसमें तैयार किया जायेगा. इसके साथ-साथ बंगाल चुनाव में उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम ना आने की भी समीक्षा की जा सकती है. बैठक महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति की प्रारंभिक रूपरेखा देने की उम्मीद है. इसके अलावा भाजपा अध्यक्ष ‘सेवा ही संगठन’ योजना की विस्तृत समीक्षा करेंगे.