लखनऊ : विशेष संवाददाता
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में भाजपा अब उन सीटों पर फोकस करेगी जो वह 2017 में हारी थी. 2017 में बीजेपी 384 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, बाकी सीटें गठबंधन सहयोगियों के लिए छोड़ दी थी. करीब 312 सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल हुई थी और 72 सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था.
बीजेपी ने हारने वाली सीटों को ए,ब, सी में बांटा
बीजेपी इन 72 सीटों में से कुछ सीटों पर मामूली अंतर से हारी थी. पार्टी 30 से 40 सीटों पर करीब 10 हजार से अधिक वोटों से हारी थी. बीजेपी के थिंक टेंकर का आंकलन है कि केंद्र में और उप्र में बीजेपी की सरकार होने की वजह से कुछ जगहों पर एंटीइंकम्बेंसी का सामना करना पड सकता है, जिसमें से कुछ सीटें हाथ से निकल सकती हैं. ऐसे में इन सीटों की भरपाई, हारी हुई सीटों में से हो सके, इसके लिए बीजेपी ने खास प्लान तैयार किया है. इस ख़ास प्लान के तहत इन हारी हुई सीटों को ए, बी और सी सीटों में विभाजित किया गया है. ए में 5 हजार से कम वोट से हारने वाली सीटों को रखा गया है, जबकि बी श्रेणी में 10 हजार से कम वोटों से हारने वाले सीटों को रखा गया है और सी में 10 हजार से ऊपर वोटों से हारने वाली सीटों को रखा गया है.
यूपी चुनाव में सीएम योगी की ये रणनीति होगी
इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में जिन-जिन विधानसभा सीटों पर बीजेपी पिछड़ी उन सीटों पर फोकस किया जाएगा. इस प्लान के मुताबिक़ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल ऐसी सभी सीटों पर दौरा करेंगे, जहाँ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ इन सीटों पर जनहित के कामों की समीक्षा करेंगे, वहीँ सुनील बंसल संगठन कार्यकर्ताओं मजबूत करने का कार्य करेंगे, ताकि इन सीटों पर जीत हासिल कर सके.