BJP – जानिए दो सांसदों से 303 और फिर 240 तक का सफर

BJP Journey

डॉ. निशा सिंह।

लोकसभा चुनाव 2024 में जीत के बाद बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर केंद्र में एनडीए की सरकार बनाई है और लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं. इतना ही नहीं आंध्र प्रदेश और ओडिशा में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के साथ ही भाजपा नेतृत्व एनडीए की सरकार वाले राज्‍यों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है.

जानिए किन राज्यों में है एनडीए की सरकार
फिलहाल 20 राज्‍यों में भाजपा और उसके सहयोगी एनडीए की सरकार है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गोवा, बिहार, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड और पुडुचेरी में आदि में भाजपा व सहयोगी दलों की सरकार है. केंद्र में भाजपा की सरकार का पार्टी के गठन (6 अप्रैल, 1980) से लेकर अब तक छठा कार्यकाल चल रहा है.

जनसंघ और जनता पार्टी से सत्तारूढ़ भाजपा तक का सफर

जनसंघ और जनता पार्टी से सत्तारूढ़ भाजपा तक का सफर काफी उतार चढ़ाव भारत रहा है. 1977 में जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ था, लेकिन यहां भी वर्चस्व की लड़ाई जारी थी. साल 1980 में जनसंघ से आए नेताओं के खिलाफ दोहरी सदस्यता का मुद्दा उठाया गया. उनके सामने शर्त रखी गई- ‘जनता पार्टी छोड़ो या फिर संघ से रिश्‍ते तोड़ो’. इसका विरोध करते हुए जनसंघ से आए सदस्यों ने जनता पार्टी छोड़ दी. लाल कृष्‍ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 6 अप्रैल, 1980 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठन किया.

अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के पहले अध्यक्ष चुने गए. उन्होंने पार्टी को पहचान दिलाने और देश में कांग्रेस के एकाधिकार को खत्म करने के लिए खूब मेहनत किया. साल 19840 का लोकसभा चुनाव भाजपा का पहला चुनाव था. बता दें कि चुनाव से पहले प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बॉडीगार्डस ने उनकी हत्‍या कर दी थी. सहानुभूति की लहर में कांग्रेस की बंपर जीत हुई और भाजपा के खाते में केवल दो सीटें गुजरात की मेहसाणा और आंध्र प्रदेश की हनामकोंडा आईं. 1984 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर से गुजरात से ए के पटेल जीतकर संसद पहुंचे थे तो आंध्र प्रदेश से चंदूपतला जंगा रेड्डी सांसद चुने गए थे.

अब तक केंद्र में कितनी बार भाजपा की सरकार रही ?
भाजपा की ओर से 1996 में पहली बार सरकार बनी तब से लेकर 2024 तक बीजेपी सरकार का आना जाना लगा रहा है, जानिए कि कब-कब बीजेपी की सरकार रही है –

1996 में बीजेपी की ओर से पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत साबित न कर पाने के चलते यह सरकार 13 दिन बाद ही गिर गई थी.
1998 में अटल बिहारी वाजपेयी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने और यह सरकार 13 महीने बाद गिर गई.
1999 में अटल बिहारी वाजपेयी बहुमत से प्रधानमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा किया.
2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में भाजपा जीती और नरेंद्र मोदी ने पीएम बनकर कार्यकाल पूरा किया.
2019 में मोदी के नेतृत्‍व में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीती और वह दूसरी बार पीएम बने. साथ ही अपना कार्यकाल पूरा किया.
2024 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी, लेकिन इस बार बहुमत नहीं मिला. एनडीए के समर्थन से नरेन्द्र मोदी तीसरी बार पीएम बने.

जानिए देश में बीजेपी की सरकार, प्रधानमंत्री और घटक दल

साल 1996 के चुनाव में भाजपा 161 लोकसभा सीटें जीतकर संसद की सबसे बड़ी पार्टी बनी. अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली, लेकिन लोकसभा में बहुमत साबित नहीं कर सके, जिससे 13 दिन बाद ही सरकार गिर गई और वाजपेयी को पीएम पद से इस्‍तीफा देना पड़ा.

साल 1998 में भाजपा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का नेतृत्व करते हुए लोकसभा चुनाव लड़ा. उस समय एनडीए सहयोगियों में समता पार्टी, शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना, एआईएडीएमके और बीजू जनता दल शामिल थे. टीडीपी ने बाहर से समर्थन दिया तो अटल बिहारी वाजपेयी दोबारा प्रधानमंत्री बने, लेकिन 1999 में एआईएडीएमके ने समर्थन वापस ले लिया और सरकार गिर गई.

साल 1999 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने एआईएडीएमके के बिना ही 303 सीटें जीतीं. भाजपा को सबसे ज्‍यादा 183 सीटें मिली थी और अटल बिहारी वाजपेयी तीसरी बार पीएम बने. हालांकि वाजपेयी ने 2004 में छह महीने पहले ही चुनाव का एलान कर दिया और इंडिया शाइनिंग का मुद्दा भाजपा ने खूब जोर से उठाया था, इसके बावजूद भाजपा हार गई. इस लोकसभा चुनाव के बाद 10 साल तक देश में यूपीए की सरकार रही. फिर 2014 में भाजपा की बहुमत से वापसी हुई, तब से अब तक देश में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है.

नरेंद्र मोदी पहली बार भारत के प्रधानमंत्री 26 मई, 2014 को बने. इसी के साथ वह अपनी पार्टी के पूर्ण बहुमत से सत्ता में आने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बन गए. इतना ही नहीं वे आजादी के बाद पैदा होने वाले भी पहले प्रधानमंत्री बने. उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए 30 मई, 2019 को पीएम पद की शपथ ली. उन्होंने 9 जून 2024 को लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ ली है. ऐसा करने वाले वह नेहरू के बाद दूसरे और पहले गैर-कांग्रेसी पीएम बन गए हैं.

देश में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार कब बनी, जानिए

1989 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 85 सीटें मिली. भाजपा के समर्थन से नेशनल फ्रंट ने सत्ता संभाली और वीपी सिंह देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने. भाजपा नेताओं ने 1989 में बोफोर्स घोटाले को मुद्दा बनाया और 1990 में आडवाणी ने राम जन्मभूमि के के समर्थन में सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा निकाली. इसका परिणाम रहा कि 1991 में लोकसभा के चुनाव हुए तो भाजपा ने 120 सीटों पर जीत दर्ज की.

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