पटना : उमेश मिश्रा
बिहार पंचायत चुनाव के पहले चरण के नतीजे चौंकाने वाले आए हैं. मुखिया के पांच वर्षों के कामकाज और तौर-तरीके के प्रति लोगों में जबरदस्त नाराजगी दिखी है. नतीजे बता रहे हैं कि करीब 80 फीसद निर्वतमान मुखिया को एंटी इनकंबैसी का सामना करना पड़ा है. पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों की 151 पंचायतों के चुनाव परिणाम आ रहे हैं. अभी तक मुखिया पद के 85 पंचायतों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, जिनमें 67 मुखिया दोबारा जीतकर नहीं आ पाए. सिर्फ 18 को पुन: जीत मिली है. पहले चरण की जिन 151 पंचायतों में मतदान हुए थे, उनमें 109 पंचायतों के विभिन्न पदों एवं 82 पंच-सरपंच के पदों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं.
दूसरे चरण का प्रचार आज होगा बंद, 29 सितम्बर को वोटिंग
बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में आज सोमवार की शाम प्रचार का शोर थम जाएगा. बुधवार को 23,161 पदों के लिए वोट पड़ेंगे. इस दौर में 34 जिलों में 48 प्रखंडों में चुनाव हो रहा है. 6543 मतदान भवन में कुल 9886 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मतगणना 1 और 2 अक्टूबर को होगी. दूसरे चरण में कुल 76,279 उम्मीदवार (36,111 पुरुष और 40,168 महिला) मैदान में हैं. सबसे अधिक मारामारी मुखिया के पद के लिए है. इसके बाद क्रमश: पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, सरपंच, ग्राम पंचायत सदस्य या वार्ड सदस्य और पंच की बारी आती है. पंच के कई पदों पर तो कोई उम्मीदवार ही नहीं मिला है, वहीं कई जगह केवल एक उम्मीदवार होने से निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है.