बिहार: चिराग पासवान की चूड़ा-दही पार्टी से बिना खाए वापस लौटे नीतीश कुमार, पारस के भोज में जायेंगे ?

Bihar: Nitish Kumar returned without eating from Chirag Paswan's Chuda-Dahi party

पटना : उमेश नारायण मिश्रा

बिहार में मकर संक्रांति के मौके पर होने वाले दही-चूड़ा भोज के साथ राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. पटना में चिराग पासवान ने मकर संक्रांति के अवसर पर LJPR के पार्टी कार्यालय में दही-चुरा भोज का आयोजन किया. चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को भी आमंत्रण दिया था. लोजपा (रा) के कार्यालय पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार ने रामविलास को श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुछ देर तक लोजपा कार्यालय रुके और फिर निकल गए. सीएम नीतीश यहां पहुंचे, लेकिन बिना खाए लौट गए.

बड़ी बात ये रही कि इस दौरान खुद चिराग पासवान मौजूद नहीं थे, लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि जब नीतीश कुमार लोजपा (रा) कार्यालय पहुंचे तो वहां उनके स्वागत के लिए केंद्रीय मंत्री और सांसद चिराग पासवान मौजूद ही नहीं थे. नीतीश वहां पर करीब 5 मिनट तक इंतजार करते रहे, लेकिन चिराग पासवान पहुंच नहीं पाए. मुख्यमंत्री के निकलते वक्त भी चिराग पार्टी ऑफिस पहुंच नहीं सके थे. सीएम नीतीश करीब 10.20 में ही एलजेपी ऑफिस पहुंच गए थे, जबकि चिराग काफी देर बाद दोपहर 12 बजे वहां पहुंचे. वहीं इस मामले पर एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार समय से पहले आ गए थे. नीतीश कुमार को बुलाकर क्यों गायब हो गए चिराग पासवान ये भी राजनीतिक रूप से बड़ा मामला बन रहा है.

बिहार में दही-चूड़ा की पॉलिटिक्स इस साल चुनावी वर्ष में काफी अहम् है. इसी साल अक्टूबर- नवंबर में बिहार विधान सभा चुनाव होना हैं. दही-चूड़ा के भोज के जरिए सालों पुराने गिले-शिकवे दूर हो जाते हैं तो कई बार नाराजगी भी सामने आ जाती है. चिराग पासवान के इस भोज में सीएम नीतीश, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा और दिलीप जायसवाल के साथ साथ NDA घटक दल के अन्य नेता शामिल होने वाले थे.

राबड़ी देवी के आवास पर भी दही-चूरा भोज का आयोजन

RJD राबड़ी देवी के आवास पर भी मकर संक्रांति मनाई जा रही है. यह भोज पॉलिटिकल गलियारे से आने वाले लोगों से अलग आम लोगों के लिए रखा गया है. यहाँ पर लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव, मीसा भारती भी मौजद थे. मीसा भारती ने सीएम नीतीश कुमार को दही-चूड़ा भोज पर बुलाने के सवाल पर कहा कि अच्छी बात है अभिभावक के तौर पर बड़े लोग आएं. दरवाजे पर कोई भी आए सबका स्वागत है. मीसा भारती ने कहा कि इस तरह की चर्चाएं बिहार में राजनीतिक बदलाव का कुछ समय से चल रही हैं, क्योंकि पहले भी मकर संक्रांति के बाद बदलाव हुए हैं, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है, लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. आज से ही शुभ काम शुरू हो जाते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आरजेडी के दही-चूड़ा भोज पर बुलाने के सवाल पर मीसा भारती ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आएं और अमित शाह भी आएं

पारस ने 15 जनवरी को पटना में दही-चूरा भोज का किया है आयोजन, नीतीश- लालू को भी बुलावा

नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) प्रमुख पशुपति कुमार पारस 15 जनवरी को अपने आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया है. इस भोज के लिए नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के साथ साथ तमाम अन्य पार्टी के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है. यह भोज सिर्फ एक सामाजिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि इसके पीछे चुनावी रणनीति भी छिपी है. NDA में चिराग की वापसी के साथ पारस को एक तरह से किनारे लगा दिया गया है. अब पारस अपने अस्तित्व के लिए राजनितिक विसाते बिछा रहे हैं. बिहार विधान सभा चुनाव में पारस किसी भी तरह अपनी पार्टी को पटरी पर लेन में जुटे हैं.

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