बिहार में लालू प्रसाद यादव के मंदिर भ्रमण ने राजनीतिक बयानबाजी का महौल गर्म कर दिया है. विपक्ष इसे आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में वोटरों को लुभाने के लिए हथकंडा कह रही है तो आरजेडी इस पर अलग सफाई दे रही है.
Bihar News : बिहार की राजनीति में लालू यादव का खास प्रभाव रहा है. वे जहां भी जाते हैं, जो भी काम करते हैं, वो एक खबर बन जाती है. उनके बोलने के अंदाज से लेकर उनके राजनीतिक गतिविधियों का बिहार के खास वर्ग के लोगों पर विशेष प्रभाव रहा है और आज भी है. यही कारण है कि जब लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आ रहा है, वे सक्रिय हो गये हैं. हाल में ही लालू यादव अपने गृह जिले गोपालगंज में थावे मंदिर गये थे और वहां पूजा अर्चना की थी. वो सोनपुर के प्रसिद्ध हरिहर मंदिर भी गए थे. इतना ही नहीं, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पटना में बड़े बेटे तेजप्रताप यादव द्वारा स्थापित मंदिर राधा कृष्ण मंदिर में भी लालू यादव गए थे. इसके अलावा ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में जब मुंबई गए थे, तो वहां सिद्दिविनायक मंदिर गए थे. आज फिर लालू यादव देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर भी गए थे. इसको लेकर बीजेपी ने कहा है कि यह लालू यादव यह हथकंडा अपना कर पॉलिटिकल बैलेंस बना रहे हैं ताकि हिन्दू वोटर भ्रमित होकर उन्हें वोट दे दें.
आपको बता दें कि लालू यादव चारा घोटाले में सजायाफ्ता हैं और इन दिनों जेल से बाहर हैं. हालांकि उनके जेल में रहते हुए भी एक खास वर्ग के लोगों का समर्थन उनकी पार्टी के साथ रहा है. यही कारण है कि लालू यादव के जेल में रहते हुए भी 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी राजद ने सबसे अधिक (75) सीटें जीती थी. गौरतलब है कि लालू यादव के माय (मुस्लिम-यादव) समीकरण ने उन्हें सत्ता पर मजबूत पकड़ दी थी और चारा घोटाले में जेल जाने के बाद भी उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनाकर बिहार पर शासन किया. अभी की बात करें महागठबंधन की सरकार में जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार सीएम हैं तो आरजेडी से उनके बेटे तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम हैं.
लालू यादव के मंदिर दर्शन पर बीजेपी का आरोप
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि लालू यादव का दोहरा चरित्र है. एक तरफ लालू यादव के सामने उनकी पार्टी के नेता हिन्दू धर्म और हिन्दुओं के धर्म-ग्रंथों का अपमान करते हैं और लालू यादव चुप रहते हैं और दूसरी तरफ मंदिर जाने का दिखावा करते हैं. ये वही लालू यादव हैं जो मंदिर जाते पहले कभी नहीं दिखे. लालू यादव चुनाव में तुष्टिकरण के बादशाह हैं. लोकसभा चुनाव आ रहा है, हिन्दुओं का वोट मिल जाए, इसलिए मंदिरों में जाकर पूजा पाठ कर रहे हैं और हिन्दुओं को संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं. अपने शासनकाल में लालू यादव ‘भूरा बाल साफ करो’ कहकर सवर्ण जातियों को साफ करने की बात करते थे.
आरजेडी का पलटवार. इसको राजनीतिक चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है
लालू यादव के मंदिर दर्शन पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि लालू यादव मंदिरों में जा रहे हैं तो बीजेपी क्यों घबरा गई? आरजेडी तो सभी धर्मों का सम्मान करती है. लालू यादव मंदिर जाते हैं, तो मस्जिद में भी जाते हैं, गुरुद्वारा भी जाते हैं. बीजेपी तो भारत जलाओ पार्टी है, उन्माद फैलाकर सियासत करती है. लालू यादव इन दिनों मंदिरों में जा रहे हैं, पूजा पाठ कर रहे हैं तो इसको राजनीतिक चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है और न इस पर सियासत होनी चाहिए. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि लालू यादव का सख्त निर्देश है कि काई नेता अनाप-शनाप बयानबाजी न करे.
पटना : प्रवीण सिन्हा