Bihar News : बीजेपी की नीतियों के खिलाफ सत्तारूढ़ जेडीयू ने आज से पोल खोल अभियान की शुरूआत कर दी है. जेडीयू राज्य में जाति आधारित जनगणना का विरोध कर रही बीजेपी को घेरने के लिए इस अभियान को लेकर आयी है. यह अभियान 1 सितंबर से 20 सितंबर तक चलेगा.
बिहार में राजनीतिक सियासत गर्म होती जा रही है. एक तरफ जेडीयू जाति आधारित जनगणना का विरोध कर रही बीजेपी को घेरने के लिए आज से राज्य के जिलों में पोल खोल अभियान की शुरूआत कर रही है, तो दूसरी तरफ विपक्षी दलों के गठबंधन I-N-D-I-A की मीटिंग में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतिश कुमार मुंबई गये हुए हैं. आगामी लोकसभा चुनाव, 2024 को देखते हुए नीतिश कुमार पहले भी कई बार कह चुके हैं कि हो सकता है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले भी हो जाए. मतलब साफ है कि फिलहाल सारा विरोध और सहयोग लोकसभा चुनावों को लेकर ही चल रहा है.
बिहार में जेडीयू द्वारा शुरू किया गया यह पोल खोल अभियान तीन चरणों में संपन्न होगा. पहला चरण 1 से 5 सितबंर तक चलेगा, जिसमें राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में मसाल जुलूस और कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया जाएगा. इसका दूसरा चरण 7 से 12 सितंबर तक चलेगा, जिसमें सभी प्रखंड मुख्यालयों पर मसाल जुलूस और कैंडल मार्च निकाला जाएगा. इसका तीसरा और अंतिम चरण 15से 20 सितंबर तक चलेगा, जिसमें हर घर के ऊपर काला झंडा लगाकर विरोध जताया जाएगा.
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी के खिलाफ कहा कि बीजेपी अति पिछडों और गरीबों की विरोधी है तथा पूंजीपतियों की हितैषी है. अब बीजेपी का चेहरा बेनकाब हो चुका है. उन्होंने यह भी कहा है कि केन्द्र सरकार किस तरह से गरीबों के आर्थिक सर्वेक्षण के लिए की जाने वाली जाति आधारित जनगणना का विरोध किया है, यह जनता देख चुकी है, बीजेपी गरीब विरोधी पार्टी है और जेडीयू इसको जनता के सामने लाकर विरोध को सामने लाएगी.
पटना : उमेश नारायण मिश्रा