उपेंद्र कुशवाहा बिहार में शिंदे बनेंगे, पारस ने दिया ऑफर – एनडीए के साथ आएं उपेन्द्र कुशवाहा

Bihar Politics : Chances to split in JDU - Upendra Kushwaha

पटना : उमेश नारायण मिश्रा

पिछले साल केंद्रीय मंत्री और नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले आरसीपी सिंह जब बिहार में खेला करने वाले थे तो उनका मिशन फ्लॉप हो गया. अब बिहार में महागठबंधन की सरकार में एक बार फिर तनाव देखा जा रहा है. दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा से बीजेपी के नेताओं के मिलने से भूचाल मचा है. कुशवाहा बोले, मैं हीं क्यों, जेडीयू के कई नेता बीजेपी के संपर्क में हैं. यानी जेडीयू में कभी भी सेंध लग सकता है.

राजनीतिक दांवपेंच में आरसीपी सिंह का खुद का मंत्री पद तो गया ही, साथ में पार्टी से भी निकाल दिए गए. राजनीतिक रूप में कहा गया कि महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे बनने में जुटे आरसीपी सिंह अपने मिशन में कामयाब नहीं हो सके. आरसीपी जेडीयू को तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने के मिशन में जुटे थे. अब एक बार फिर से जेडीयू के भीतर हलचल तेज है. जेडीयू के कई नेता बीजेपी के संपर्क में आने की बात पर ललन सिंह ने जबाब दिया ये बीजेपी का महज झूठा प्रोपगेंडा है.

उपेन्द्र कुशवाहा के कहा की नीतीश कुमार और जेडीयू को साजिश के तहत कमजोर किया जा रहा है. उपेन्द्र कुशवाहा के मुताबिक आरजेडी के नेताओं ने मुख्यमंत्री को बहुत भला-बुरा कहा तब वो सीएम के लिये ढाल बनकर खडे थे. वहीं नीतीश कुमार ने उपेन्द्र कुशवाहा के इन सवालों का जबाब देते हुए कहा कि अब उनको जो बोलना है, बोलते रहें, पार्टी से उनको कोई जबाब नहीं देगा. उपेन्द्र कुशवाहा ने आरोप लगाया आरजेडी के साथ गठबंधन के बाद सीएम को नीतीश कुमार को शिखंडी, भिखारी कहा गया. जब उपेन्द्र कुशावाहा ने उनके खिलाफ आवाज उठाई तो उनके खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की गई. उपेन्द्र कुशवाहा के मुताबिक आरजेड़ी-जेडीयू के विलय की तैयारी थी, जो उनकी वजह से रूक गई. राजद के नेता कह रहे हैं गठबंधन में डील हुआ है. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी और जेडीयू लोगों को बताए क्या डील हुआ है. राजद क्या नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहती हैं, इसकी जानकारी देनी चाहिए.

पशुपति पारस ने उपेंद्र कुशवाहा को दिया ऑफर

केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता पशुपति पारस ने उपेंद्र कुशवाहा को ऑफर दिया है. पशुपति पारस ने कहा कि एनडीए के साथ उपेन्द्र कुशवाहा आएं. पशुपति पारस ने ये भी कहा कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में वापस आना चाहेंगे तो उस पर विचार किया जाएगा. बिहार में महागठबंधन की सरकार बने हुए चार-पांच महीने हो गए और तीन विकेट डाउन हो गया, लेकिन रन एक भी नहीं बना है. अब तो क्रिकेट मैच खत्म होने वाला है यानी (बिहार में) सरकार ही खत्म होने वाली है.

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