न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक एनडीए और महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन सकी है. एनडीए और महागठबंधन में सीटों को लेकर खींचतान अभी भी कायम है जबकि पहले चरण की 71 सीटों के लिए नामांकन भी एक अक्टूबर से शुरू होगी. ऐसे में टिकट के दावेदारों में काफी बेचैनी है. कुछ सीटों पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
नीतीश कुमार की अगुवाई वाले एनडीए में जेडीयू, बीजेपी, एलजेपी और जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा शामिल हैं, लेकिन अभी तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं हो सका है. एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार की सीट बंटवारे को लेकर अमित शाह को पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने इस संबंध में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पीएम नरेंद्र मोदी से अब तक हुए पत्राचार की कॉपी भी भेजी है. इधर उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर एनडीए में वापसी कर रहे हैं।
एनडीए में सीट शेयरिंग का संभावित फॉर्मूला
एनडीए में जेडीयू बिहार में बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है, जिसके तहत वो बीजेपी से ज्यादा सीटों पर दावेदारी कर रही है, लेकिन बीजेपी बराबर की भूमिका चाहती है. ऐसे में पहला फॉर्मूला ये बनाया जा रहा है कि सूबे की 243 सीटों में से बीजेपी और जेडीयू 100-100 सीटों पर चुनाव लड़े और बाकी बची 43 सीटें में से सहयोगी दल एलजेपी और जीतनराम मांझी की दी जाएं. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव की तर्ज पर एनडीए में बीजेपी और जेडीयू के बीच सीट बंटवारे को लेकर 50:50 फॉर्मूले पर सहमति बनाए की बात हो रही है.