Bihar Assembly Election 2025: बिहार में चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अभी से ही तैयारी में जुट गई हैं. बिहार में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल ने अपने सदस्यता अभियान की शुरुआत की है.
लालू प्रसाद ने आज दिल्ली में सबसे पहले पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने लालू प्रसाद को पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर पार्टी के सांसद पूर्व सांसद समेत दूसरे कई नेता उपस्थित रहे. दूसरी तरफ़ नीतीश कुमार भी ताबड़तोड़ यात्राएं कर रहे हैं और जनता को पार्टी से जोड़ने की कोशिश में जुटे हैं.
जानिए संवाद यात्रा से क्या वोटरों का मिजाज बदल रहा है ?
तेजस्वी यादव 10 सितंबर से कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर निकले हुए हैं. पप्पू यादव 29 सितंबर से “वफ्फ कब्रिस्तान अधिकार यात्रा” निकालने वाले हैं. उपेंद्र कुशवाहा 25 सितंबर से अपनी यात्रा शुरू करने वाले हैं. इस बार प्रशांत किशोर दो साल से बिहार भर में यात्रा कर रहे हैं. यात्रा से वोटरों के मिजाज को टटोलने के लिए अब सभी दल के नेताजी जिलों में घूम रहे हैं. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में न्याय यात्रा के साथ परिवर्तन की शुरुआत की थी. इसके बाद जन विश्वास यात्रा, विकास यात्रा, आदि निकाली. अन्य दल के लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीख लेते हुए यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं.
बिहार की राजनीति में पहली बार लालू – नीतीश , और बीजेपी के साथ अब पहली बार प्रशांत किशोर अपने चुनावी अभियान में लगे हैं. बिहार में राजनीतिक जमीन तलाश रहे प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर 2022 से लगातार गांव में घूम रहे हैं, पदयात्रा कर रहे हैं. अभी तक उन्होंने 18 जिलों की पदयात्रा पूरी कर ली है.
तेजस्वी यादव 10 सितंबर से कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर निकले हुए हैं. पहले चरण में वह बिहार के चार जिलों के 41 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं. तेजस्वी यादव बिहार के सभी 38 जिलों में कार्यकर्ता संवाद यात्रा के तहत दौरा करेंगे.
जानिए नीतीश कुमार की अबतक की यात्रा के बारे में
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 12 जुलाई 2005 को न्याय यात्रा शुरू की थी. 2009 में विकास यात्रा निकाली. लोकसभा चुनाव में जीत के बाद जून 2009 से धन्यवाद यात्रा पर निकले. इसके बाद 2009 को प्रवास यात्रा पर निकले. इसके जरिए जनता को अपने 4 साल का हिसाब-किताब दिया. 2010 से विश्वास यात्रा निकाली. 2011 के अंत में नीतीश कुमार ने सेवा यात्रा निकाली. 2012 से बिहार को विशेष राज्य की दर्जा की मांग को लेकर अधिकार यात्रा पर निकले. 2014 से संपर्क यात्रा की शुरुआत की. 2016 में निश्चय यात्रा पर निकले. 2017 में समीक्षा यात्रा शुरू की. इसके बाद 2021 में समाज सुधार यात्रा पर निकले.
इधर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव इसी माह से “वक्फ कब्रिस्तान अधिकार यात्रा” निकाल रहे हैं. इसकी शुरुआत 29 सितंबर से कोसी सीमांचल से होगी. पटना के गांधी मैदान में इस यात्रा का समापन होगा. पप्पू यादव 29 सितंबर को अररिया में 30 सितंबर को किशनगंज में, 31 सितंबर को कटिहार कोसी सीमांचल होते हुए पटना के गांधी मैदान में इस यात्रा का समापन होगा. राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा 25 सितंबर से अरवल के कुर्था से बिहार यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं.
अभी क्या है बिहार विधानसभा में राजनीतिक दलों की स्थिति ?
कुल सदस्य : 243
प्रभावी संख्या : 242 (राजद का एक सदस्य अयोग्य घोषित)
बहुमत की संख्या: 122
महागठबंधन :जनता दल (यूनाइटेड) : 46 (पार्टी के 45 विधायक, एक निर्दलीय)
बीजेपी : 77
हम: 4
कुल : 164
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) : 79/ कांग्रेस : 19/ भाकपा-माले : 12/ भाकपा : 02/ माकपा : 02
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) : 01
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा : 04
(पटना : उमेश नारायण मिश्रा)