शार्प वे न्यूज़ नेटवर्क :
Bharat Jodo Yatra Ends : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज, 30 जनवरी को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में समापन हो गया. भीषण बर्फबारी में भी राहुल गांधी जनसभा को संबोधित किया. राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा का असल उद्देश्य देश को एक करना था और इस दौरान हमें लोगों का समर्थन मिला. इसमें 10 दलों के नेता शामिल हुए, जबकि 21 दलों को न्योता दिया गया था.
कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों से गुजरती हुई 4080 किलोमीटर की दूरी तय कर के जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में खत्म हुई. आज हुए समापन समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, आदि मौजूद थीं.आपको बता दें कि राहुल गांधी ने 29 जनवरी के दिन ऐतिहासिक लाल चौक पर तिरंगा भी फहराया था. इस दौरान उन्होंने बोलते हुए कहा कि, भारत से किया वादा पूरा हो गया, मुझे इस यात्रा में लाखों लोगों का साथ मिला. उन्होंने कहा कि इस यात्रा को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. यात्रा का असल उद्देश्य देश को एक करना था.
देश राहुल गांधी में आशा की किरण देख सकता है : महबूबा मुफ्ती
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत जोड़ो यात्रा पर सोमवार को शेर-ए-कश्मीर में आयोजित समापन समारोह में बोलते हुए कहा कि देश कांग्रेस नेता राहुल गांधी में आशा की किरण देख सकता है. गोडसे की विचारधारा ने जम्मू-कश्मीर से जो छीन लिया, वह राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा से बहाल करेंगे. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि राहुल गांधी ने अगर कहा है कि कश्मीर उनका घर है, तो कश्मीर उनका ही घर है.
राहुल गांधी जहां भी गए, लोग उनके लिए निकल पड़े : प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शेर-ए-कश्मीर में आयोजित समापन समारोह में कहा कि मेरे भाई कन्याकुमारी से 4-5 महीने पैदल चले, वे जहां भी जाते, लोग उनके लिए निकल पड़ते, क्योंकि अभी भी देश के लिए, इस भूमि के लिए, इसकी विविधता के लिए एक जुनून है, जो सभी भारतीयों के दिलों में बसता है. जब मेरा भाई कश्मीर आ रहा था, तो उसने मुझे और मेरी मां को एक संदेश भेजा कि उन्हें घर जाने का एक अनूठा अहसास है. उनके परिवार के सदस्य उनका इंतजार कर रहे हैं.
भारत जोड़ो यात्रा में 21 विपक्षी दलों को न्योता भेजा गया था
भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए 21 विपक्षी दलों को न्योता भेजा था, जिसमें टीएमसी, जेडीयू, शिवशेना, टीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस, एसपी, बीएसपी, सपा, डीएमके, भाकपी, सीपीएम, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, राकांपा, पीडीपी, केएसएम, आरएसपी समेत अन्य दल थे. कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah), उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) भी न्योता भेजा था.