लखनऊ : विक्रम राव
उत्तर प्रदेश के चर्चित हुए संभल में शाही जामा मस्जिद में 2 दिन चले सर्वे की रिपोर्ट चंदौसी कोर्ट में सौंपी गई है. आज चंदौसी कोर्ट में कोर्ट कमिश्नर रमेश राघव की तरफ से यह सर्वे रिपोर्ट सौंपी गई है. सर्वे रिपोर्ट बंद लिफाफे में है. इस रिपोर्ट में क्या है, इसके बारे में कोई भी जानकारी अभी सामने नहीं आयी है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा कारणों की वजह से गुपचुप तरीके से ये रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी गई है. सूत्रों के मुताबिक ASI सर्वे रिपोर्ट 40–45 पन्नों की है. इस रिपोर्ट को सिविल जज आदित्य सिंह की कोर्ट में दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक सर्वे रिपोर्ट में करीब साढ़े चार घंटे की वीडियोग्राफी सर्वे के दौरान की गई. 1200 के करीब फोटो लिए गए. मस्जिद के अंदर वट वृक्ष है. मस्जिद में कुंआ है- आधा अंदर है, आधा बाहर है. बाहर वाले हिस्से कोढंक दिया गया है, जबकि कुंआ का आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर है.
संभल की जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा अदालत में पेश किए जाने के बाद मस्जिद में किए गए दो चरणों के सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर को दाखिल की जानी थी, लेकिन रिपोर्ट तैयार न हो पाने के कारण अदालत ने दस दिन का समय दिया था. अब एडवोकेट कमिश्नर द्वारा आज सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट पेश की गयी है. आपको बता दें कि जनपद न्यायालय स्थित सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में 19 नवंबर को आठ लोगों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन द्वारा संभल की जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा पेश किया गया था. इसके बाद एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किए गए रमेश सिंह राघव ने दोनों पक्षों की मौजूदगी में मस्जिद का सर्वे किया था. रात होने और भीड़ का दबाव होने के कारण उस दिन सर्वे पूरा नहीं हो सका था. इसके बाद 24 नवंबर को दोबारा सर्वे किया गया. सर्वे के विरोध में भीड़ हिंसक हो गई. जमकर पथराव फायरिंग की गई, कई वाहन फूंक दिए गए. इस हिंसा में चार लोग मारे गए थे.
क्या है संभल मस्जिद का विवाद
आपको जानकारी दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बहुल शहर संभल में एक ऊंचे टीले पर बनी शाही जामा मस्जिद आस-पास की सबसे बड़ी इमारत है. मस्जिद के मुख्य द्वार के सामने अधिकतर हिंदू लोग रहते हैं, जबकि इसकी पिछली दीवार के चारों तरफ़ मुसलमान आबादी है. अब यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और मस्जिद के पास लोगों को आने से रोका जा रहा है. हालांकि, मस्जिद में तय वक़्त पर नमाज़ हो रही है. सदियों पुरानी ये मस्जिद अब एक क़ानूनी विवाद के केंद्र में आ गई है. फ़िलहाल संभल में शांति है. पुलिस की मौजदूगी बढ़ने से शांति बनी हुई है. सुरक्षा को लेकर मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण चल रहा है. संभल में पुलिस चौकी की जमीन पर वक्फ के दावे को पुलिस और प्रशासन ने गलत बताया और कहा है कि सुरक्षा कारण से पुलिस चौकी बनाया जा रहा है. हिंदू पक्ष का दावा है कि जहां ये विशाल मस्जिद बनी हैं, वहां कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था, जबकि मुसलमान पक्ष ने इन दावों को बेबुनियाद बताया है. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक़, शहर का माहौल बिलकुल शांत है और स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि पुलिस एहतियात बरत रही है.
