Bihar News : संसद का विशेष सत्र बुलाये जाने को लेकर एक बार फिर बिहार की राजनीति गरमा गई है. जेडीयू संसद के विशेष सत्र को लेकर बीजेपी को हिन्दू विरोधी कह रही है, क्योंकि यह सत्र हिन्दुओं के विशेष पर्व गणेश चतुर्थी के समय बुलाया जा रहा है.
जेडीयू (JDU) ने एक बार फिर बीजेपी की नीतियों का विरोध किया है. इस बार मामला संसद के विशेष सत्र को लेकर है. जेडीयू प्रदेश कार्यालय में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, अभिषेक झा और अंजुम आरा ने शनिवार को संयुक्त प्रेस कहा कि संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है. हिंदू विरोधी सरकार ने हिंदुओ के पर्व गणेश चतुर्थी के समय संसद का विशेष सत्र बुला रहे हैं, अब कौन है हिंदू विरोधी ? नीरज कुमार ने कहा हम जानना चाहते हैं गणेश चतुर्थी के समय संसद का विशेष सत्र (Parliament Special Session) क्यों बुलाया गया है ?
राजनीतिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं हुआ है – नीरज कुमार
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान की यह पहली सरकार है जो किसी कानून पर बहस करने या फिर नया कानून बनाने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के बाद से चर्चा में है. संविधान के अनुच्छेद 85 ए में है कि कैबिनेट की सलाह पर देश के राष्ट्रपति कभी भी संसद का विशेष सत्र बुला सकते हैं. यह फैसला संसदीय मामले की कैबिनेट कमेटी करती है. नीरज कुमार ने कहा कि नौ मंत्रालय के मंत्री इसके सदस्य होते हैं, जिनके द्वारा लिया गया फैसला राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है. अंत में राष्ट्रपति इसकी मंजूरी देते हैं.
नीरज कुमार ने बीजेपी और केन्द्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि संसदीय कार्य मंत्री बताएं कि कब बैठक हुई? नव विभागों के मंत्रियों की जो समिति है, इसकी बैठक कब हुई? बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का जो संविधान कहता है उसका क्या हुआ. आपको बता दें कि संसद का विशेष सत्र 18-22 सितंबर तक बुलाया गया है. उम्मीद है कि इसमें वन नेशन, वन इलेक्शन सहित कई और महत्वपूर्ण विधेयक पेश किये जाएंगे और पारित भी किये जाएंगे. फिलहाल इस विशेष सत्र को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.
उमेश नारायण मिश्रा