Pakistan : इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही. उनके वकीलों ने बताया कि अदालत ने जेल अधिकारियों को आदेश दिया था कि उन्हें उनके बेटों के बीच फोन पर बात करने की अनुमति दी जाए, लेकिन इसके बावजूद जेल अधिकारी अपनी मनमानी कर रहे हैं. किसी से बात नहीं करने दे रहे हैं.
Pakistan : कभी पाकिस्तान का सर्वेसर्वा रहे इमरान खान की हालत आज ऐसी हो गयी है कि वे पाकिस्तान के अटक जेल में बंद हैं और उनसे किसी को बात नहीं करने दिया जा रहा है. वैसे तो पाकिस्तान में राजनीतिक उठा-पटक और सजा का दौर चलना आम बात है, लेकिन इस बार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के बारे में दावा किया जा रहा है कि उन्हें बहुत बुरे हालातों में जेल में रखा गया है, उनसे उनके वकीलों को भी नहीं मिलने दिया जा रहा. बता दें कि शुक्रवार को उनके वकील शीराज अहमद रांझा और गोहर अली उनसे मिलने जेल पहुंचे थे, लेकिन जेल पुलिस ने वकीलों को मुलाकात करने की अनुमति नहीं दी थी.
इमरान खान की सजा है निलंबित
इमरान खान के वकील गोहर अली का कहना है कि पीटीआई नेता की सजा निलंबित कर दी गई है और उन्हें सिफर मामले के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा कि अदालत के आदेशों के बावजूद खान से मिलने नहीं दिया जा रहा है. कल उनके कानूनी टीम को खान की रिमांड की जानकारी और सिफर मामले का रिकॉर्ड दिया गया था. इसके बाद भी उन्हें किसी से मिलने या बात करने नहीं दिया जा रहा है.
इमरान खान का राजनीतिक उतार-चढ़ाव
इमरान खान ने 1996 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की स्थापना की और चुनावों में एक सीट जीती. बता दें कि यहीं से उनके राजनीतिक जीवन की शुरूआत हुई. इससे पहले वे एक क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते थे. वर्ष 2008 के नेशनल असेंबली के आम चुनाव का उनकी पार्टी ने बहिष्कार किया और 2013 के आम चुनाव में लोकप्रिय वोट से दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी. वर्ष 2018 के आम चुनाव में पीटीआई नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन गई और खान के प्रधान मंत्री के रूप में निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन सरकार बनाई. इसके बाद उनका राजनीतिक पतन शुरू हो गया. अप्रैल, 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से पद से हटाए जाने वाले वे पाकिस्तान के पहले प्रधान मंत्री बन गए. इसी साल के अगस्त में पुलिस और न्यायपालिका पर एक सहयोगी को हिरासत में लेने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाने के बाद उन पर आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत आरोप लगाया गया. इसके बाद 9 मई, 2023 को खान को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में अर्धसैनिक बलों द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया , जिसको लेकर पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. उन्हें 5 अगस्त 2023 को तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई और बाद में दूसरी बार गिरफ्तार कर लिया गया.
विशेष संवाददाता