संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में अवैध वसूली का धंधा धड़ल्ले से हो रहा है. यात्री अपने आरक्षित सीट पर भी आराम से सफर नहीं कर पा रहे है. आरक्षित बोगी में जबरन जनरल यात्रियों को और यहां तक कि बिना टिकट यात्रियों को भी पैसे लेकर प्रवेश करवा दिया जा रहा है.
Indian Railways: भारतीय रेलवे को आम लोगों की यात्रा को किफायती, सुगम और आरामदायक बनाने के लिए जाना जाता है, लेकिन इसमें अव्यवस्था की खबरें भी जब-तब आती रहती है. ताजा मामला 23 अगस्त की संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस की है, जहां यात्रियों को कष्टदाई यात्रा करने को मजबूर होना पड़ा. यात्रियों ने इसकी शिकायत रेल मंत्री और डीआरएम से भी की. इस ट्रेन से यात्रा कर रहे पटना निवासी यात्री उमेश नारायण मिश्र ने कहा कि उनका पी एन आर संख्या 2628476628 था और दिनांक 23-08-2023 को 12394 संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस से नई दिल्ली स्टेशन से पटना जंक्शन के लिए एस-1 में बर्थ नंबर 9 पर उनको जगह मिली थी, जिसमें जबरन एजेंटों, रेलवे कर्मचारियों और आरपीएफ की मिलीभगत से जनरल यात्रियों और बेटिकट यात्रियों को ठूंस दिया गया.
उमेश मिश्रा ने बताया कि प्लेटफार्म पर जब रैक लगाया गया, उसी समय कई रेल कर्मियों द्वारा जनरल टिकट यात्रियों से जबरन फाइन लेकर और बिना टिकट यात्रियों को भी अतिरिक्त यात्रा भुगतान की रसीदें देकर शयनयान आरक्षित डब्बे में चढवा कर आरक्षित सीटों पर कब्जा करवया गया. उन्होंने कहा कि मेरे साथ साथ अन्य यात्रियों ने भी विरोध किया और अपनी परेशानियों को जाहिर करते हुए अतिरिक्त भुगतान लेकर गैर- वाजिब यात्रियों को बाहर निकालने का अनुरोध किया तो उन कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि हमलोगों पर उच्चाधिकारियों का दवाब है कि हर ड्यूटी पर भारी-भरकम उगाही कर रेलवे का राजस्व खजाना भरना है और राजस्व की उगाही कम होने पर तरह-तरह से मानसिक यातनाएं दी जाती है. हमें निलंबित और बर्खास्त करने की कार्रवाई तक होती है.
मिश्रा ने आगे बताया कि हालात यहां तक हो गयी कि सीटों पर नाजायज़ कब्ज़ा के साथ हीं डिब्बे के आम रास्ते भी अवरुद्ध
हो गए. डिब्बों के साथ ही सभी शौचालयों पर भी नाजायज़ यात्रियों ने कब्जा कर रखा था. उन्होंने कहा कि जब मैंने डिब्बों, शौचालयों सहित उन कर्मियों और अधिकारियों का अपने मोबाईल फोन से कुछ फोटो, विडियो बनाया तो वे सभी एकजुट होकर मेरा मोबाइल फोन छीन कर आरपीएफ के एक जवान के नाजायज़ सहयोग से मुझे ही डरा-धमकाकर असहनीय तौर पर अपमानित किया और मेरे द्वारा प्रमाण सहित जो तस्वीरें ली गयी थी, सभी को डिलीट कर दिया और मेरा मोबाइल लौटाते हुए कहा कि हमलोगों का तुम जैसे लोग कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे, हमलोग तुम जैसे लोगों को हर दिन झूठे मामलों में फंसाकर अर्थ दण्ड भी लगाते हैं और हवालात भी भेजते रहते हैं. मिश्रा ने कहा कि इस ज़लालत और जिल्लत के बाद भी उन्होंने फिर से हिम्मत करके प्रमाणिकता के लिए लिए कुछ फोटो ले लिया. उन्होंने प्रमाण सहित इसकी शिकायत रेल मंत्री और डीआरएम से भी कर दी है. उनका कहना है कि आखिर रेलवे में यह सब कब तक होता रहेगा.
दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता