बालासोर ट्रेन हादसा : घटनास्थल पर पहुंचे पीएम मोदी ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

Balasor Train Accident

बालासोर ट्रेन हादसा : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या 288 तक पहुंच गई है और लगभग 747 लोग घायल हैं, जिसमें 56 लोगो की हालत गंभीर है यानि मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है. घटनास्थल पर पहुंचे पीएम मोदी ने स्थिति का जायजा लिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

बता दें कि शुक्रवार, 2 जून की शाम को तीन ट्रेनों के बीच टक्कर हो गई. यह एक्सीडेंट उड़ीसा के बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के निकट हुआ. आधिकारिक पुष्टि के अनुसार इस ट्रेन हादसे में मृतकों की संख्या 288 तक पहुंच गई है और लगभग 747 लोग घायल हैं. पीएमओ ने इस ट्रेन दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख तथा मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपए देने का ऐलान किया है. जानकारी के मुताबिक कोरोमंडल और यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन 2 जून की शाम को अपने अपने ट्रैक पर हावड़ा की ओर जा रही थी कि तभी कोरोमंडल ट्रेन के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए. ऐसा कई बार होता है, जब दो ट्रेनें एक साथ अलग अलग पटरियों पर दौड़ती है, लेकिन इससे कभी हादसा नहीं होता है. कई बार ट्रेन अपने अपने ट्रैक पर आमने सामने से गुजरती है तो ट्रेन में बैठे यात्रियों को तब एक झटका सा लगता है, क्योंकि दोनों ट्रेन तेज गति से दौड़ रही होती है, लेकिन 2 जून को जब कोरोमंडल के कुछ डिब्बे पटरी से उतरे तो यशवंतपुर वाली ट्रेन के ट्रैक पर चले गए, इससे हादसा भीषण हो गया. यह हादसा तब और गंभीर हुआ, जब एक मालगाड़ी के डिब्बों ने भी इन ट्रेनों के डिब्बों में चढ़ाई कर दी. इससे कोरोमंडल और यशवंतपुर ट्रेन के डिब्बे तीसरे ट्रैक पर चले गए थे, लेकिन सवाल यह भी है कि जब कोरोमंडल और यशवंतपुर का एक्सीडेंट हो गया था, तब तीसरे ट्रैक पर माल गाड़ी को आने से क्यों नहीं रोका गया?

पीएम मोदी का ऐलान : दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार दोपहर को घटनास्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया और कहा कि इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इसके बाद पीएम मोदी घायलों से भी मिलने पहुंचे और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. आपको बता दें कि 2 जून को ही पीएम ने हाई लेवल मीटिंग कर बचाव कार्यों के लिए आवश्यक निर्देश दे दिया था और तभी से इस घटना के हरेक अपडेट पर नजर रखा हुआ है.
इतना ही नहीं मोदी कैबिनेट के रेल मंत्री, अश्विनी वैष्णव 3 जून सुबह ही घटना स्थल पर पहुंच गए हैं और इस ट्रिपल ट्रेन एक्सीडेंट की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा कर दी.

घटना को लेकर बयानबाजी शुरू

इस हादसे पर राजनीति भी शुरू हो गई है. एक तरफ़ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्री का इस्तीफा मांग लिया है तो दूसरी तरफ कई राजनीतिक दल इस हादसे के लिए सीधे पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस रेल दुर्घटना पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि रेल मंत्री कौन है, यह कोई नहीं जानता है. अब इस घटना पर विपक्ष सरकार पर बयानबाजी करती रहेगी, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा तो यह है कि सुरक्षा को लेकर आखिर कब तक समझौता होता रहेगा?

बालासोर/दिल्ली : डॉ. निशा सिंह

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