दिल्ली: डॉ. निशा सिंह
iNCOVACC : भारत सरकार ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोरोना से बचाव के लिए दुनिया की पहली नेजल वैक्सीन लांच किया. भारत बायोटेक की इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लांच किया. दो डोज वाली वाली इस कोरोना वैक्सीन में किसी इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसे नाक में पोलियो ड्राप की तरह दिया जाएगा.
iNCOVACC नामक नेजल वैक्सीन कोरोना की लड़ाई में एक सशक्त हथियार है. भारत सरकार ने 26 जनवरी को इस वैक्सीन को लॉन्च कर दिया है. आपको बता दें कि इस नेजल वैक्सीन को केंद्र सरकार से 23 दिसंबर को मंजूरी मिली थी. भारत बायोटेक की इस इंट्रानेजल वैक्सीन में किसी इंजेक्शन की जरूरत नहीं पड़ेगी और भारत बायोटेक इसे सरकार को प्रति डोज 325 रुपए में जबकि निजी अस्पतालों को ये 800 रुपए की देगी. इस प्रिकॉशन डोज के तौर पर लिया जा सकेगा, जिसे 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों दिया जा सकेगा. इसे कोवैक्सीन और कोविशील्ड लेने वाले लोग प्रिकॉशन डोज के तौर पर ले सकेंगे.
नेजल वैक्सीन आत्मनिर्भर भारत का सबसे बड़ा उदाहरण : मांडविया
वैक्सीन को लॉन्च करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब महामारी के दौरान भारत ने अपना वैक्सीन बनाया है. उन्होंने कहा कि इस समय 65 फीसदी वैक्सीन भारत में बन रही है. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भी भारत की इस सफलता की चर्चा है. अभी भारत फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड है और देश में रिसर्च, इनोवेशन और डेवलपमेंट पर खास जोर हैं. मांडविया ने बताया कि यह नेजल वैक्सीन आईसीएमआर, बायोटेक्नालाजी विभाग और भारत बायोटेक के सहयोग से बना है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का सबसे ये सबसे बड़ा उदाहरण यह नेजल वैक्सीन है.