न्यूज डेस्क
आखिरकार डेढ़ साल बाद सभी 13 विश्वविद्यालयों से विभिन्न विषयों में सहायक प्रोफेसर की बहाली के लिए शिक्षा विभाग को 4638 रिक्तियां मिल ही गईं. सबसे अधिक एलएनएमयू में 856 पद रिक्त हैं. सबसे कम मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विवि में 2 पद हैं. पीयू में 273 और टीएमबीयू में 287 रिक्तियां हैं. रोस्टर व रेशनेलाइजेशन के अनुसार रिक्ति विभाग को मिली है. रिक्तियां जल्द विवि सेवा आयोग को भेज दी जाएगी.
विभाग का लक्ष्य है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के पहले बहाली का विज्ञापन आ जाए. बहाली के लिए नियमावली भी बन चुकी है. पिछले लगभग डेढ़ साल से विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर नियुक्ति के लिए विवि से रिक्ति मांगी जा रही थी. राजभवन व शिक्षा विभाग में कई बैठक और लगभग डेढ़ दर्जन रिमाइंडर के बाद अब रिक्ति मिली है. बीआरए बिहार विवि से पहले एक हजार से अधिक रिक्ति मिली थी। बाद में 603 रिक्ति मिली.
बिहार के इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में 3021 शिक्षकों की नियुक्ति शीघ्र की जाएगी. इसको लेकर विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को प्रस्ताव भेज दिया है, जिसके तहत विज्ञापन भी जारी किए गए हैं. हालांकि जो प्रस्ताव भेजे गए हैं, उनमें इंजीनियरिंग कॉलेजों के 2033 तथा पॉलिटेक्निक कॉलेजों के 988 पद हैं. विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा और निदेशक संजीव कुमार ने मीडिया को यह जानकारी दी.
इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक के 1404, सह प्राध्यापक के 429, प्राध्यापक के 168 तथा प्राचार्य के 32 पदों तथा पॉलिटेक्निक कॉलेजों के व्याख्याता के 796, एचओडी के 167 और प्राचार्य के 25 पदों का प्रस्ताव बीपीएससी को भेजा गया है.