दिल्ली : विशेष संवाददाता
DGP/IG सम्मेलन में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पुलिस अधिक संवेदनशील और नई तकनीकी में प्रशिक्षित बनें. प्रधानमंत्री ने राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया.
इस सम्मेलन की शुरुआत शुक्रवार यानी 20 जनवरी 2023 को हुई थी, जिसमें सभी राज्यों के पुलिस बलों और अर्धसैनिक संगठनों के प्रमुखों के भाग लिया. इस सम्मेलन का शुभारंभ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुआ था, जिसमें प्रमुख रूप से आंतरिक सुरक्षा के लिए भविष्य के रोडमैप पर चर्चा की गई थी. इसमें पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक स्तर के करीब 350 शीर्ष पुलिस अधिकारी भाग लिया.
पुलिस महानिदेशकों की बैठक में पुलिसिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया, जिसमें काउंटर टेररिज्म, काउंटर इंसर्जेंसी और साइबर सुरक्षा शामिल हैं. बता दें कि 2014 से इन सम्मेलनों में राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ अपराध की रोकथाम और पहचान, सामुदायिक पुलिसिंग, कानून और व्यवस्था, पुलिस की छवि में सुधार आदि मुख्य पुलिसिंग मुद्दों पर दोहरा ध्यान केंद्रित किया गया है.
पीएम मोदी ने पुलिस तंत्र में सुधार के लिए दिए ये सुझाव
पीएम मोदी ने पुलिस बलों को अधिक संवेदनशील बनाने और उन्हें उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित करने का सुझाव दिया. साथ ही पुलिस बलों के पैदल गश्त जैसे पारंपरिक पुलिसिंग तंत्र को और मजबूत करने पर जोर दिया. उन्होंने राज्य और जिला स्तरों पर डीजीएसपी और आईजीपी सम्मेलन के मॉडल को दोहराने का सुझाव दिया. साथ ही अप्रचलित आपराधिक कानूनों को निरस्त करने, राज्यों में पुलिस संगठनों के लिए मानकों के निर्माण की सिफारिश की. सीमा के साथ-साथ तटीय सुरक्षा को मजबूत करनेके लिए पीएम ने अधिकारियों के लगातार दौरों का आयोजन करने का भी सुझाव दिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.