दिल्ली : डॉ. निशा सिंह
आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की. अमित शाह ने अपने ट्वीटर हैंडल पर मुलाकात की फोटो शेयर कर यह जानकारी दी. उन्होंने लिखा है कि हमारे वरिष्ठ नेता आदरणीय डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी से उनके आवास पर भेंट कर आशीर्वाद लिया व विभिन्न विषयों पर चर्चा की. एक सप्ताह पहले 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर को 89वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी थी. पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं. एक अच्छे विद्वान और प्रतिष्ठित राजनेता, सेवा, शिक्षा और भारतीय संस्कृति के संरक्षण के प्रति उनका जुनून अनुकरणीय है. बीजेपी को मजबूत करने में उनकी अहम भूमिका है.
आपको बता दें कि डॉ. मुरली मनोहर जोशी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और अटल विहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रहे हैं. मुरली मनोहर जोशी एनडीए सरकार में भारत के केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रहे हैं. उन्होंने साल 1996 में बीजेपी की 13 दिनों की सरकार में गृह मंत्री का पद भी संभाला है. वह एनडीए सरकार में भारत के केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री थे. आपको बता दें कि डॉ. जोशी महज 10 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. उन्होंने राजनीति में साल 1953-54 में पहली बार कदम रखा था. ये वो वक्त था जब गाय बचाओ आंदोलन में वह सक्रिय हुए थे. बता दें कि वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फिजिक्स के प्रोफेसर भी रह चुके हैं.
बीजेपी की तीसरी धरोहर हैं जोशी
भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के बाद से प्रधानमंत्री बनने तक वाजपेयी के साथ लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का नाम हमेशा जुड़ता रहा. मुरली मनोहर जोशी को बीजेपी की तीसरी धरोहर भी कहा जाता है. देश में जब अटल बिहारी वाजपेयी पीएम के पद पर थे तब आडवाणी उप-प्रधानमंत्री थे और जोशी मानव संसाधन विकास मंत्री. इन तीनों नेताओं को लेकर एक नारा खूब लगता था, ‘भाजपा की तीन धरोहर- अटल-आडवाणी-मुरली मनोहर.