पटना : विशेष संवाददाता
बिहार भाजपा के कद्दावर नेता और प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने इस्तीफा दे दिया है. राजीव रंजन ने इस्तीफे के साथ ही कहा है कि अब मोदी के सबका साथ सबका विकास वाली बीजेपी नहीं रही. इधर, पार्टी विरोधी बयानबाजी को लेकर बीजेपी ने उन्हें 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है.
बिहार भाजपा के अध्यक्ष डा. संजय जयसवाल ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन को छह वर्षों के लिए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. आपको बता दें कि राजीव रंजन कुछ दिन पहले नीतीश कुमार से मिले थे. राजीव रंजन पूर्व में विधायक थे. भाजपा ने इन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ-साथ मीडिया का प्रभारी भी बनाया था. राजीव रंजन पहले जेडीयू से विधायक रह चुके हैं और साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मित्र रह चुके हैं.
डा. संजय जयसवाल ने कहा कि पार्टी की नीति के खिलाफ बयान देने को लेकर पहले भी राजीव रंजन को चेतावनी दी गई थी. समझाया गया था, फिर भी उन्होंने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया. इसी कारण से राजीव रंजन को भाजपा से तत्काल प्रभाव से छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया गया है.
राजीव रंजन को 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्लामपुर से विधानसभा का चुनाव लड़वाया था और राजीव रंजन विधायक बन गए. 2015 के बाद राजीव रंजन का नीतीश कुमार से मतभेद हो गया और उन्होंने जेडीयू छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था, लेकिन एक बार फिर से राजीव रंजन ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया.