ब्रिटेन की कमान अब भारतवंशी ऋषि सुनक के हाथ, 28 अक्टूबर को लेंगे पीएम पद की शपथ

New PM of Braitain's Rishi Sunak

वरिष्ठ संवाददाता :

इतिहास अपने आप को दोहराता है, इस दिवाली पर यही देखने को मिला है, 200 वर्षों तक भारत पर शासन करने वाले अंग्रेजों पर अब भारतीय मूल के हिंदू अश्वेत ऋषि सुनक शासन करेंगे. भारतवंशी ऋषि सुनक को जबरदस्त समर्थन मिला है. 42 वर्षीय ऋषि सुनक को ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री चुन लिया गया है और इसी महीने की 28 तारीख को वह पद की शपथ लेंगे.

ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो ब्रिटेन के पीएम पद तक पहुंचे हैं. इतना ही नहीं, ऋषि सुनक ईसाई बाहुल्य ब्रिटेन के पहले हिंदू पीएम और ब्रिटेन के पहले गैर-श्वेत प्रधानमंत्री भी हैं. बता दें कि पेनी मॉर्डंट ने ब्रिटिश पीएम की रेस से अपना नाम वापस ले लिया जिससे सुनक का रास्ता साफ हो गया. इसके अलावा कंजर्वेटिव पार्टी के कई चर्चित सांसदों ने जॉनसन के खेमे को छोड़ते हुए सुनक का समर्थन किया, जिसमें पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल, कैबिनेट मंत्री जेम्स क्लेवर्ली और नदीम जहावी शामिल हैं. आपको बता दें कि प्रीति पटेल खुद भारतीय मूल की पूर्व ब्रिटिश मंत्री हैं जिन्होंने पिछले महीने लिज ट्रस के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि कंजर्वेटिव पार्टी को सुनक को नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए.

पूर्व पीएम बोरिस ने अपना नाम वापस लिया और सुनक पीएम का राह आसान हुआ

आपको बता दें कि प्रीति पटेल ने सुनक को तब समर्थन दिया जब पार्टी के आधे से अधिक सांसदों ने पहले ही सार्वजनिक रूप से सुनक की उम्मीदवार को अपना समर्थन दे दिया था. दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार रात को यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद की दौड़ से खुद को अलग कर लिया था कि उनकी वापसी के लिए यह सही समय नहीं है. प्रधानमंत्री पद की दौड़ में एकमात्र प्रतिस्पर्धी ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ की नेता पेनी मोर्डंट थीं.

कौन हैं ऋषि सुनक ?

बयालीस वर्षीय सुनक भारतीय मूल के हैं. ऑक्सफर्ड में पढ़ाई करने के बाद ऋषि सुनक ने 2001 से 2004 के बीच मशहूर इंवेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स में नौकरी की. नौकरी करने के बाद उन्होंने एक बार फिर एमबीए की पढ़ाई के लिए अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. अपनी प्रतिभा के दम पर उन्होंने मशहूर फुल ब्राइट स्कॉलरशिप जीती. 2006 में उन्होंने स्टैनफर्ड से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. उनका शानदार राजनीतिक सफर रहा है. 2015 में वे पहली बार वे सांसद बने थे. वो 2020 में बोरिस जॉनसन मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री रहे हैं. आपको बता दें कि सुनक की गिनती ब्रिटेन के सबसे अमीर लोगों में होती है और उनकी संपत्ति ब्रिटेन की महारानी से भी अधिक है. इनके पिताजी डॉक्टर हैं और माताजी फार्मासिस्ट हैं.

भारत से गहरा संबंध है ऋषि सुनक का

ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं. उनका परिवार अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला शहर में रहता था, जहां से उनके दादाजी राम दास सुनक केन्या चले गए थे और फिर इनके पिताजी यशवीर सुनक 1966 में इंग्लैंड पढ़ने गए थे, इसके बाद इनके डॉक्टर पिताजी ने पूरे परिवार को यानी दादाजी और दादी को ब्रिटेन में ही बुला लिया और पूरा परिवार वहीं बस गया.

ऋषि सुनक का भारत से गहरा लगाव रहा है तभी तो पहली बार जब 2015 में वो सांसद बने तो गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. 2006 में अमेरिकी की स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात अक्षता मूर्ति से हुई. अक्षता मूर्ति भारत के मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस कंपनी के चेयरमैन एनआर नारायणमूर्ति की बेटी हैं और साल 2009 में उन्होंने बेंगलुरू में अक्षता मूर्ति से शादी की.

Jetline

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