नई दिल्ली – विशेष संवाददाता
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के 30 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि समाज के कमजोर वर्ग की आवाज मानवाधिकार बना हुआ है. बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित डॉक्टर भीमराव इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में देशभर से मानवाधिकार कार्यकर्त्ता आए हुए थे. इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति धनखड़ ने मीडिया से मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के प्रयास और योगदान को जोर-शोर से प्रचार-प्रसार करने की गुजारिश की. इस कार्यक्रम में मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) अरुण कुमार मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आरक्षण का फायदा निचले तबके के लोगों को नहीं मिला है. इसके साथ ही उन्होंने तत्काल जेल सुधारने पर भी जोर दिया.
इस अवसर पर झारखण्ड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार शर्मा उर्फ़ किनु ने भी स्थापना दिवस में शिरकत की. झारखण्ड में लंबे समय से मानवाधिकार को लेकर काम कर रहें और कमजोर लोगों की हक़ की लड़ाई लड़ रहें दिनेश किनु ने देश के कोने-कोने से आए कार्यकर्ताओ से मुलाक़ात की और मानवधिकार पर अपनी बात रखी. उनके साथ झारखण्ड मानवाधिकार संघ के सदस्य और मानवाधिकार कार्यकर्त्ता लालमोहन गोप, नरेश कुमार साव, भुवन लोहार और संजय कुमार महतो ने भी इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में भाग लिया.