पश्चिम बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले के मामले में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्री पद से हटा दिया है. ईडी की गिरफ्तारी के बाद से पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाए जाने की मांग उठ रही थी। आज ममता बनर्जी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई. इस बैठक के कुछ ही देर बाद मंत्री पद से हटाए जाने संबंधी आदेश जारी किया गया।
पार्थ चटर्जी सरकार में उद्योग, कॉमर्स एंड इंटरप्राइजेज, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक मंत्री थे. ये विभाग फिलहाल खुद ममता बनर्जी देखेंगी.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज को कैबिनेट की बैठक में बड़े फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है। सीएम ने उद्योग व संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी की मंत्री पद से छुटी कर दी है। इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। पार्थ चटर्जी के पास उद्योग, संसदीय कार्य के अलावा आइटी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग भी था। फिलहाल ममता बनर्जी ने ये सभी विभाग अपने पास रखे हैं। पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित फ्लैट से भी करीब 28 करोड़ रुपये मिलने के बाद आज ही पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी पार्थ चटर्जी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने पार्थ को मंत्री पद से हटाने के साथ ही पार्टी से भी निष्कासित करने की मांग की है।
बता दें कि कल मंत्री पद से इस्तीफे के मीडिया के सवाल पर पार्थ चटर्जी भडक़ गए थे। वह बोले कि इसकी जरूरत क्या है। चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित फ्लैट से कल रात ईडी ने 27.90 करोड़ नकदी और छह किलो सोना बरामद किए हैं। इसके पहले टालीगंज फ्लैट से 22 करोड़ रुपये नकद, 79 लाख का सोना, कई जमीन व फ्लैट के कागजात मिले हैं।