दिल्ली : डॉ. निशा सिंह
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. दिल्ली में भाजपा के हेडक्वार्टर में हुई संसदीय बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी व अन्य कई नेता मौजूद थे. इससे पहले विपक्ष ने भी अपने संयुक्त उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है. पूर्व टीएमसी नेता एवं केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने अपना उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं.
राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी और महिला चेहरा
भाजपा ने इस बार राष्ट्रपति पद के लिए एक आदिवासी और महिला चेहरे का चयन किया है. जानकारी के मुताबिक केंद्र में एनडीए के घटक दल बीजू जनता दल ने भी द्रौपदी मुर्मू के नाम पर सहमति जताई है. अगर मुर्मू चुनाव जीतती हैं तो वह देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी. आंकड़ों की बात करें तो बंटे हुए विपक्ष में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का जीतना तय है.
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू ?
द्रौपदी मुर्मू मई 2015 में झारखण्ड की राज्यपाल बनीं और उन्हें झारखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल बनने का गौरव प्राप्त है. वो वर्ष 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं हैं. द्रौपदी मुर्मू पहली ओडिया नेता हैं जिन्हें किसी भारतीय राज्य की राज्यपाल नियुक्त किया गया और वो भारतीय जनता पार्टी व बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री तथा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री भी रहीं.