पटना : प्रवीण सिन्हा
Bihar Politics: नीतीश कुमार और विधानसभा स्पीकर विजय सिन्हा के बीच हुई जुबानी जंग के बाद आज दोनों सदन नहीं आए. इसपर विपक्ष ने स्पीकर को सदन में बुलाने की पुरजोर मांग की, जिससे सदन को स्थगित भी करना पड़ा. इधर जेडीयू अब बचाव की कोशिश में जुटी हुई है और कह रही है कि अध्यक्ष का पद सबसे सम्मानित पद है और सभी उनका सम्मान करते हैं.
बता दें कि आज यानी मंगलवार को स्पीकर की गैरमौजूदगी में पीठासीन सदस्य प्रेम कुमार आसन पर आकर बैठे और विधानसभा की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही राजद के विधायकों ने सदन में स्पीकर के नहीं आने का मामला उठाया और उन्हें सदन में बुलाने की जोरदार मांग की. इस दौरान राजद के कई विधायक काली पट्टी बांधे दिखे. राजद विधायक ललित यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री की तरफ से की गयी टिप्पणी पर कहा कि इस मामले में सरकार को खेद जताना चाहिए. मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सदन में स्पीकर के आने के बाद ही कार्यवाही चलेगी.
सदन में सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने सदन की नियमावली का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखी थी. विजय चौधरी के बयान के बाद सदन में हंगामा और तेज हो गया. इसके बाद पीठासीन अधिकारी प्रेम कुमार ने दोपहर दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.