दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता
संसद का बजट सत्र 2022 सोमवार को राष्ट्रपति के संसद के संबोधन के साथ शुरू हो रहा है. इस बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार है. विपक्ष महंगाई, पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ, सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरेगी. दूसरी ओर वित मंत्री सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था को लेकर पैदा हुई चुनौतियों और उससे निपटने के लिए सरकार की तैयारियों का लेखा जोखा पेश करेंगी. कोरोना की त्रासदी के बावजूद पिछले साल देश की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिले थे. माना जा रहा है कि इस बजट में सरकार किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकती है.
बजट सत्र की शुरूआत में 31 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. राष्ट्रपति दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में आम तौर पर सरकार की उपलब्धियों और भावी योजनाओं का ब्योरा देते हैं. राष्ट्रपति के इस साल के अभिभाषण में भी मोदी सरकार अपनी भावी योजनाओं और उपलब्धियों का खाका दिखाई पड़ेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 31 जनवरी सोमवार को ही वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी और एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं होंगे. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित होंगी ताकि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन हो सके.