दिल्ली: डॉ. निशा सिंह
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है. बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं होने के कारण पार्टी में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दिल्ली में पार्टी के हेड ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि अभी तक हमारी पहल को बीजेपी ने नोटिस नहीं लिया है. अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि ये मान लीजिये कि उत्तर प्रदेश में कम से कम 50-60 सीटों पर जदयू चुनाव लड़ने जा रही है. प्रत्याशियों के चयन लगभग अंतिम दौर में हैं. यूपी जदयू के लिस्ट पर पार्टी जल्द ही ग्रीन सिग्नल दे देगी.
जदयू अध्यक्ष और सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने मीडिया से कहा कि अगर पहले ये तय हो गया होता तो हम सौ सीटों पर चुनाव लड़ते, लेकिन बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होने के चलते पार्टी की रणनीति में बदलाव करना पड़ रहा है. उन्होंने साफ किया कि यूपी में अलग लड़ने का बिहार में गठबंधन (बीजेपी- जदयू) पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा. उत्तर प्रदेश में आज 50-60 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, वो 100 पर लड़ते. ललन सिंह ने आगे कहा कि यूपी में बीजेपी से गठबंधन नहीं हुआ है, हम स्वतंत्र चुनाव लड़ेंगे. दुखद बात ये है कि बीजेपी की तरफ़ से यहाँ तक भी नहीं कहा गया कि जेडीयू से बात हो रही है, तो इसे अब क्या समझा जाए ? इसके बावजूद जेडीयू यूपी विधानसभाचुनाव में मज़बूती से लड़ेगी और और अच्छी संख्या में अपने उम्मीदवार जीता कर लाएंगे.
ललन सिंह ने आरसीपी सिंह पर निशाना साधा
ललन सिंह ने बीजेपी-जदयू गठबंधन अभी तक नहीं होने के लिए पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर निशाना साधा और कहा कि हमलोगों ने माननीय मंत्री आरसीपी सिंह को बीजेपी से बातचीत करने के लिए अधिकृत कर दिया था. मंत्री जी ने जो बताया और उनको बीजेपी के लोगों ने जो भरोसा दिया, उसके आधार पर उन्होंने जो पार्टी को सूचित किया, उसी के कारण विलंब हुआ है. उसमें कितनी ईमानदारी और सच्चाई से वो दे रहे थे, ये तो हमलोग उस बीच में नहीं थे. हमलोग उस बातचीत में कहीं नहीं थे. बीजेपी से सीधा संपर्क केवल आरसीपी सिंह का था. इस लिहाज से हम कह रहे हैं कि गठबंधन नहीं होने के लिए अभी तक वे (आरसीपी सिंह) ही जिम्मेवार हैं.