न्यूज डेस्क :
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट के मामलों में 8.31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. सोमवार को ‘ओमिक्रॉन’ स्वरूप के 8,891 मामले सामने आए हैं. ओमिक्रॉन के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में ही दर्ज किए गए हैं, जबकि दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का नाम आता है. इधर महामारी विज्ञानी डॉ. गिरिधर बाबू ने कहा है कि गणितीय मॉडलों के आधार पर, भारत में ओमिक्रॉन लहर जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत तक चलेगी.
ओमिक्रॉन की लहर दिल्ली और मुंबई में कम होनी शुरू हो गई है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में महामारी की तीसरी लहर में गिरावट आने में कम-से-कम एक महीने का समय लग सकता है. विशेषज्ञों ने कहा है कि कोविड-19 की लहरें जारी रह सकती है, लेकिन यह उतना कमजोर करने वाला नहीं है जितना कि 2020 में था. हालांकि यह भी इस बात पर निर्भर करता है कि कोरोना के वेरिएंट के नए उत्परिवर्तन ना हो.
अगले दो सप्ताह भारत के लिए बेहद अहम
महामारी विज्ञानी डॉ गिरिधर बाबू ने विभिन्न गणितीय मॉडलों के आधार पर कहा है कि भारत में ओमिक्रॉन लहर जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी की शुरुआत तक चलेगी. आमतौर पर ओमिक्रॉन लहर अपने चरम तक पहुंचने में तीन सप्ताह का समय लेती है और ऐसा करने में यह डेल्टा लहर की तुलना में लगभग तीन गुना तेज होती है. इस लिहाज से पूरे भारत के लिए अगले दो सप्ताह बेहद अहम हैं.