डॉ. निशा सिंह :
कोरोना को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ हुई वर्चुअल मीटिंग में पीएम ने लोगों से कहा कि सावधान रहें, पैनिक न हों. पीएम ने कहा कि हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है लेकिन पैनिक (Panic) स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है. 100 साल की सबसे बड़ी महामारी से भारत की लड़ाई अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा कि ऑमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है. पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ऑमिक्रोन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है.
पीएममोदी ने मुख्यमंत्रियों को दिया निर्देश
पीएम ने कोरोना पर राज्यों और केंद्र की तारीफ करते हुए कहा कि पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस तरह pre-emptive, pro-active और collective approach अपनाई है, वही इस समय भी जीत का मंत्र है. हमें ये देखना होगा कि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़े. राज्यों को निर्देश देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होंगी. सामान्य लोगों की आजीविका, आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान हो, अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे, कोई भी रणनीति बनाते समय इसका ध्यान रखना बहुत आवश्यक है, इसलिए लोकल containment पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा.
परिश्रम हमारा एकमात्र पथ है और विजय एकमात्र विकल्प – पीएम मोदी
हम 130 करोड़ भारत के लोग, अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे. भारत में बनी वैक्सीन्स तो दुनिया भर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर रही हैं. ये हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि आज भारत, लगभग 92 प्रतिशत वयस्क जनसंख्या को पहली डोज़ दे चुका है. देश में दूसरी डोज की कवरेज भी 70 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुकी है.
10 दिन के भीतर ही भारत अपने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर चुका है. ये भारत के सामर्थ्य को दिखाता है, इस चुनौती से निपटने की हमारी तैयारी को दिखाता है. Frontline workers और सीनियर सिटिजन्स को precaution dose जितनी जल्दी लगेगी, उतना ही हमारे हेल्थकेयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा. शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज़ करना है.