दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता
दिल्ली सरकार के सूत्रों की मानें तो देश के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगने के बाद दिल्ली में भी जल्द नाइट कर्फ्यू लग सकता है। इसके लिए सरकारी मशीनरी अपनी तैयारियों में जुटी है। कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के साथ दिल्ली पहले चरण की पाबंदियों की ओर बढ़ रही है। अभी तक मध्य प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व पुडुचेरी में नाइट कर्फ्यू लग चुका है।
बीते दो दिनों में दिल्ली में संक्रमण दर दोगुनी बढ़कर 0.43 फीसदी तक पहुंच गई है। अगर अगले दो दिन यही हालात यही रही और संक्रमण दर 0.5 फीसदी तक पहुंच गई तो दिल्ली में नाइट कर्फ्यू (रात 10 से सुबह 5 बजे तक) लागू होगा, बाजार से लेकर मॉल तक सम-विषम के आधार पर रात आठ बजे तक ही खुलेंगे। इसके साथ ही मेट्रो भी अपनी 50 फीसदी की क्षमता से ही चलेगी।
दिल्ली कि केजरीवाल सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर पाबंदियां लागू करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम (ग्रैप) तैयार किया है। ग्रैप में पाबंदियां कोरोना संक्रमण दर, सक्रिय मरीजों की संख्या और अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या के आधार पर तय की गई है। इसे डीडीएमए पहले ही मंजूरी दे चुकी है। ग्रैप का पहला चरण लगातार दो दिन संक्रमण दर 0.5 फीसदी आने पर लागू हो जाएगा। दो दिन से जिस तरह संक्रमण के साथ दिल्लीवालों की लापरवाही बढ़ रही है, उससे लगता है कि हम पाबंदियों से अब ज्यादा दूर नहीं हैं।
ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम के तहत पहला येलो अलर्ट है। इसके लिए तीन शर्तें हैं, पहला लगातार दो दिन 0.5 फीसदी की संक्रमण दर या 7 दिन में 1500 केस या फिर 500 मरीजों का एक सप्ताह के अंदर ऑक्सीजन बेड पर भर्ती होना। कुल चार अलर्ट अंबर, ऑरेंज और आखिरी रेड अलर्ट है, जिसमें संक्रमण दर पांच फीसदी होने या 7 दिन में 16000 केस या फिर 3000 लोगों का एक सप्ताह में ऑक्सीजन बेड पर भर्ती होना शामिल है। चौथे चरण में लगभग लॉकडाउन जैसी स्थिति होगी। सिर्फ जरूरी सेवाएं ही चालू रहेंगी।
दिल्ली में ओमिक्रोन के कुल 79 मामले सामने आये
दिल्ली में ओमिक्रोन के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ओमिक्रोन के 12 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली में ओमिक्रोन के अब कुल मामले 79 हो गए हैं। जिसमें से अब तक 30 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। अस्पताल के डाक्टरों के ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए ज्यादातर मरीज दोनों डोज टीका ले चुके हैं। ज्यादातर मरीजों ने फाइजर का टीका लिया है। क्योंकि अब तक ज्यादातर विदेश से आए लोग ही ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए हैं। यह भी देखा जा रहा है कि विदेश से बूस्टर डोज लेकर आए कुछ लोग भी ओमिक्रोन से संक्रमित पाए जा रहे हैं।