न्यूज़ डेस्क
मेघालय में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के कुल 17 में से 12 विधायकों ने इसका साथ छोड़ दिया और अब ये ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा का नाम भी शामिल है. इसके साथ ही राज्य में TMC बिना चुनाव लड़े ही मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभर कर सामने आया है. आज गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करेंगे कर मुकुल संगमा औपचारिक रूप से TMC में शामिल होने का एलान करेंगे.
पिछले चार दिनों से ममता बनर्जी दिल्ली में हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेताओं से मुलाकात कर चुकी हैं. हालांकि उन्होंने इस बार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात नहीं की है. उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में अनेकों दलों के असंतुष्ट बड़े नेताओं ने TMC का दामन थामा है. इस कड़ी में अब आज मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा 12 कांग्रेसी विधायकों के साथ बुधवार को TMC को समर्थन देने का एलान किया है.
बता दें कि विन्सेंट एच. पाला को मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमिटी का प्रमुख बनाए जाने के बाद से संगमा नाराज चल रहे थे. संगमा ने यह भी कहा था कि पार्टी नेतृत्व ने पाला की नियुक्ति को लेकर उनसे मशविरा नहीं किया. इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि संगमा TMC में शामिल हो सकते हैं. संगमा की नाराजगी को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अक्टूबर 2021 में संगमा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विन्सेंट एच पाला से मुलाकात की थी. फौरी तौर पर मामला सुलझा हुआ भी मान लिया गया था, लेकिन महीने भर बाद ही संगमा ने कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया.
मेघालय में विधानसभा की 60 सीटों पर साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने 21 सीटें जीती थीं और नेशनल पीपुल्स पार्टी को 20 सीटें मिली थीं. यूडीएफ के खाते में 6 और निर्दलियों के पास 3 सीटें गई थीं. भाजपा ने मात्र दो सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन बाद में एनपीपी की सरकार बनी, जिसमें भाजपा सहयोगी पार्टी है. अब मुकुल संगमा के साथ 12 कांग्रेसी विधायकों के साथ छोड़ने से कांग्रेस के पास केवल नौ विधायक रह जाएंगे.