दिल्ली: डॉ निशा सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 3 दिनों के जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं. 23 अक्टूबर को श्रीनगर पहुंचेंगे. इस दौरान वह सुरक्षा समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता करेंगे.शाह जम्मू कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेंगे। वह जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री विकास पैकेज समेत अहम परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। वह श्रीनगर में यूनीफाइड कमांड की बैठक भी करेंगे। वहीं पंचायत सदस्यों के साथ-साथ राजनीतिक कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। अमित शाह ऐसे समय में जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं जब हाल ही में घाटी में आम नागरिकों को निशाना बनाया गया है और 11 लोगों की हत्या की गई है, इनमें गैर कश्मीरी लोग शामिल हैं।
आपको बता दें कि अगस्त 2019 में घाटी से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से अमित शाह की यह पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा होगी. गैर कश्मीरी को टारगेट किलिंग के बाद तनाव की स्थिति को दूर करने के लिए जल्द से जल्द टारगेट किलिंग को कुचलने के लिए निर्देश दिए गए हैं और इन्हें अंजाम देने वाले आतंकियों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. अमित शाह 24 अक्टूबर को जम्मू में रैली को संबोधित करेंगे।जम्मू के भगवती नगर में जेडीए ग्राउंड में रैली होगी। रैली के बाद अमित शाह बाग-ए-बाहू में पर्यटन मेले में भाग लेंगे। जम्मू के तकनीकी हवाई अड्डे पर अमित शाह का स्वागत होगा। और वहां से भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता मोटर बाइक रैली से रैली स्थल पर शाह को लाएंगे।
गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को देखते हुए घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा बलों ने विशेष रूप से श्रीनगर में जांच और तलाशी बढ़ा दी है. वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया है कि सुरक्षा बलों ने घाटी में 10 मुठभेड़ों में 17 आतंकवादियों को निष्प्रभावित किया है.
कश्मीर – हालात को लेकर राज्यों के डीजीपी के साथ बैठक हुई
दिल्ली में दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर आज राज्यों के डीजीपी के साथ बैठक की थी. इस बैठक में गृहसचिव अजय कुमार भल्ला, कश्मीर के डीजी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में टारगेटेड किलिंग मामले पर गृह मंत्रालय की पूरी स्थिति पर नजर है. इससे पहले ये खबर सामने आई कि गृह मंत्रालय ने सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेजा है. कुलदीप सिंह एनआईए के भी डीजी हैं. इसके अलावा जम्मू कश्मीर में आईबी, एनआईए, सेना और सीआरपीएफ के सीनियर अधिकारी कैम्प कर रहे हैं, जो हर एक इंटेलीजेंस इनपुट्स को मॉनिटर कर रहे हैं.