दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता
सुप्रीम कोर्ट ने तिहाड़ जेल के कुछ अधिकारियों को फौरन सस्पेंड करने के दिए आदेश दिया है. इन अधिकारियों ने यूनीटेक कंपनी के प्रमोटर संजय और अजय चंद्रा की मदद की थी जब वो दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद थे. आज दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की रिपोर्ट कोर्ट में रखी गई. इस रिपोर्ट में तिहाड़ जेल के कुछ अधिकारियों के ऊपर भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की गई है. कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए इन अधिकारियों समेत मामले में शामिल दूसरे लोगों पर केस दर्ज करने को कहा. कोर्ट ने तुरंत प्रभाव से जेल अधिकारियों को निलंबित करने का भी आदेश दिया. सुप्रीम कोर्ट ने दोनों संजय और अजय चंद्रा को मुंबई की अलग-अलग जेल में भेजा है, जहाँ इस समय वो दोनों मुंबई की अलग-अलग जेलों में बंद है.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया गया था की संजय और अजय चंद्रा तिहाड़ जेल से ही अपना कार्यालय चला रहे है. इन दोनों पर यूनीटेक के निवेशकों का करोड़ों रूपया, किसी और प्रोजेक्ट में खर्च करने का आरोप है. सुप्रीम कोर्ट ने चंद्र बंधुओं को तिहाड़ जेल से किसी और जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया था, जब कोर्ट को बताया गया था कि इन आरोपियों को जेल के अधिकारी मदद कर रहे हैं. फिर अदालत ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से इस पर एक रिपोर्ट तलब की थी.
पुलिस कमिश्नर के रिपोर्ट के मुताबिक कुछ अधिकारी प्रथम दृष्टि में चंद्रा बंधुओं को मदद करते हुए नजर आये थे. अब दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी कानून के तहत कार्रवाई करने का फैसला लिया है. इसी रिपोर्ट के आधार पर आज सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि दिल्ली पुलिस इस मामले में पूरी तरह से जांच करे और जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाए जाते हैं, उन्हें फौरन सस्पेंड किया जाए.
प्रमोटर संजय और अजय चंद्रा ने तिहार जेल में कार्यालय बना रखा था ?
बैंकों से 198 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कथित आरोपी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट में कहा था कि संजय चंद्रा और अजय चंद्रा तिहाड़ जेल के भीतर से काम कर रहे हैं. दोनों ने दिल्ली में एक गुप्त कार्यालय बनाया है. ED ने कोर्ट को बताया था कि संजय चंद्रा और अजय चंद्रा दिल्ली की तिहाड़ जेल में विशेष सुविधाएं मिली हैं. दोनों वहीं से जांच को प्रभावित करने के लिए, सबूतों को मिटाने और गवाहों को धमकाने में लगे हैं. ED ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी नई रिपोर्ट में बताया था कि संजय और अजय चंद्रा तिहाड़ जेल के भीतर से काम कर रहे हैं. दोनों ने दक्षिणी दिल्ली में एक गुप्त कार्यालय बनाया है. जेल के बाहर उनके कर्मचारी मौजूद रहते हैं, जो दोनों के निर्देश कार्यालय तक पहुंचा रहे हैं. उनके आदेश पर संपत्तियों को बेचा जा रहा है. सबूतों को नष्ट किया जा रहा है. 4 अक्टूबर को ED ने यूनिटेक के पूर्व चेयरमैन संजय चंद्रा के पिता, पत्नी समेत तीन लोगों को किया गिरफ्तार किया है.