न्यूज डेस्क :
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार आम आदमी पार्टी ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक चुने गए. रविवार को हुई ‘आप’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के तौर पर केजरीवाल को चुना गया. इसके साथ ही पार्टी ने पंकज गुप्ता फिर से राष्ट्रीय सचिव और एनडी गुप्ता फिर से राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चुना है. बता दें कि आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद ने शनिवार को 34 सदस्यीय कार्यकारी निकाय का चुनाव किया था, जिसमें केजरीवाल भी शामिल थे.
अप्रैल 2016 में केजरीवाल दूसरी बार पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक चुने गए थे. राष्ट्रीय संयोजक के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में उन्होंने 3 साल तक पार्टी की सेवा की, लेकिन 2019 में लोकसभा चुनाव और 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए अरविंद केजरीवाल का कार्यकाल 2020 तक बढ़ा दिया गया था. फिर 2020 में कोरोना महामारी के कारण ‘आप’ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक नहीं हुई थी. इस बार भी आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की 10वीं बैठक वैश्विक महामारी के कारण ऑनलाइन हुई.
केजरीवाल अगले 5 साल तक ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक रहेंगे
बता दें कि जनवरी 2021 में हुई ‘आप’ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के संविधान में संशोधन किया गया था और राष्ट्रीय संयोजक का कार्यकाल 3 वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया था, इसके अलावा राष्ट्रीय संयोजक को दो कार्यकाल तक के लिए नियुक्त करने की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया था. शनिवार को हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चुने गए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 34 सदस्यों ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में केजरीवाल के चुनाव को मंजूरी दी. बता दें कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पास पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक का चुनाव करने का अधिकार है और इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने रविवार सुबह अरविंद केजरीवाल को फिर से राष्ट्रीय संयोजक चुन लिया. अब अरविंद केजरीवाल अगले 5 साल तक आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक पद पर बने रहेंगे.
अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से चुनाव लड़ने के लिए टिकट तथा पद मिलने की इच्छा नहीं रखने और देश एवं समाज के लिए काम कर अपनी काबिलियत साबित करने को कहा. पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में केजरीवाल ने कहा कि वह नहीं चाहते कि लोग उनकी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस जैसी पार्टी के रूप में पहचानें. केजरीवाल ने कहा कि हमारी पार्टी जिस तरह से दिल्ली में सरकार चला रही है, उसे देखकर देशभर को लगने लगा है कि ‘आप’ ही एकमात्र उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यदि आप मेरे पास पद मांगने आते हैं तो इसका मतलब है कि आप इसके लायक नहीं हैं और आपको इसे मांगना पड़ रहा है.
आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को विस्तार देने की योजना के तहत पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और गुजरात पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां चुनाव होने हैं. उन्होंने कहा कि ‘आप’ का गठन केवल एक ही उद्देश्य से हुआ था- ‘सेवा, कुर्बानी, बलिदान’.