दिल्ली: कार्यालय संवाददाता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा और राज्यसभा टीवी के एकीकृत प्रसारक ‘संसद टीवी’ को लांच कर सकते हैं. वरिष्ठ संसदीय अधिकारियों ने कहा कि संसद टीवी की स्थापना की योजना 2019 में प्रसार भारती के सीईओ सूर्य प्रकाश की अध्यक्षता वाली एक विशेषज्ञ समिति द्वारा प्रस्तावित की गई थी. इसका उद्देश्य लागत में कटौती, चैनल प्रबंधन को सुव्यवस्थित करना और दर्शकों और विज्ञापनदाताओं के लिए इसे आकर्षक बनाने के लिए सामग्री को फिर से तैयार करना था.
2 अक्तूबर से पहले संसद टीवी चैनल चलना शुरू हो जाएगा
लोकसभा और राज्यसभा टीवी दोनों ही लाभ कमाने वाली मीडिया संस्थाएं हैं, जो मुख्य रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के कंपनियों और केंद्रीय मंत्रालयों के विज्ञापनों पर चलती हैं. लोकसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 15 सितंबर तक टीवी चैनलों का उद्घाटन करने की संभावना है, लेकिन निश्चित रूप से चैनल 2 अक्तूबर से पहले चलना शुरू हो जाएंगे.’
संसद सत्र के दौरान दोनों सदनों की लाइव स्ट्रीमिंग सुनिश्चित करने के लिए संसद टीवी के पास दो चैनल होंगे. राज्यसभा के एक अधिकारी ने कहा, ‘चैनलों की तैयारी पूरी हो चुकी है और ये लॉन्च के लिए तैयार हैं. नए चैनल लॉन्च करने के लिए अधिकारी पीएम के समय का इंतजार कर रहे हैं.’
बता दें कि अभी तक लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाहियों के संचालन को प्रसारित करने के लिए दो अलग-अलग चैनल थे. लोकसभा की कार्यवाही का लाइव प्रसारण करने के लिए लोकसभा टीवी (LSTV) की शुरुआत 1989 में हुई थी. जबकि राज्यसभा की कार्यवाही के लिए राज्यसभा टीवी (RSTV) को 2011 में शुरू किया गया था. यहां राज्यसभा की कार्यवाहियों के अलावा सरकारी कार्यक्रम और न्यूज भी प्रसारित किए जाते थे. इन्हीं दोनों को मर्ज करके संसद टीवी चैनल बनाया गया है.