दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता
सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में पहली बार एक साथ 9 नए जजों ने पदभार संभाला है. चीफ जस्टिस एन वी रमना ने उन्हें आज, मंगलवार की सुबह 10.30 बजे पद की शपथ दिलाई. आज जो 9 लोगों सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने हैं, उनमें से 8 हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस यानी प्रमुख न्यायाधीश हैं. इनमें एक वरिष्ठ वकील भी सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज बने हैं. आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट में नए जजों का शपथ ग्रहण समारोह चीफ जस्टिस के कोर्ट रूम में होता है. लेकिन इस बार यह कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट के नए भवन में बने सभागार में हुआ.
आपको बता दें कि जजों के चयन करने वाले कॉलेजियम में सहमति न बन पाने के चलते करीब 2 साल से सुप्रीम कोर्ट में कोई नई नियुक्ति नहीं हुई थी. इस कारण जजों के कुल 34 पदों में से 10 पद खाली हो गए थे. आज हुई नई नियुक्तियों के बाद जजों की संख्या 33 हो गई है.
सुप्रीम कोर्ट में आज नियुक्त हुए न्यायाधीशों के नाम हैं :
* जस्टिस ए एस ओका
* जस्टिस विक्रम नाथ
* जस्टिस जे के माहेश्वरी
* जस्टिस हिमा कोहली
* जस्टिस बी वी नागरत्ना
* जस्टिस सी टी रविंद्रकुमार
* जस्टिस एम एम सुंदरेश
* जस्टिस बेला त्रिवेदी
* पी एस नरसिम्हा
इस बार पहले से अलग हुआ शपथ ग्रहण कार्यक्रम,दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण हुआ
सामान्य तौर पर सुप्रीम कोर्ट में नए जजों का शपथ ग्रहण समारोह चीफ जस्टिस के कोर्ट रूम में होता था, लेकिन इस बार यह कुछ अलग हुआ. शपथ ग्रहण कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट के नए भवन में बने सभागार में हुआ, जिसमे ऑडिटोरियम में 900 लोगों के बैठने की व्यवस्था थी. पहली बार जजों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण भी हुआ. कार्यक्रम में नए सुप्रीम कोर्ट के सभी जज, एटॉर्नी जनरल, सॉलिसीटर जनरल, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ तमाम वकील शामिल हुए. सभी नए जजों के परिवार और मित्र भी इसमें शामिल हुए. सीमित संख्या में अन्य वकीलों और मीडिया को भी निमंत्रित किया गया था.
इन 9 में से 3 लोग बन सकते हैं चीफ जस्टिस
इन 9 जजों में से 3 जज भविष्य में मुख्य न्यायाधीश बन सकते हैं. जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बी वी नागरत्ना और पी एस नरसिम्हा के भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की संभावना है. इतिहास में पहली बार एक साथ 3 महिला जजों ने सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर शपथ ग्रहण किया है. अब तक सुप्रीम कोर्ट में कोई भी महिला चीफ जस्टिस नहीं हुई हैं, लेकिन सितंबर 2027 में जस्टिस नागरत्ना के रूप में भारत को पहली महिला चीफ जस्टिस मिल सकती हैं.