पटना : मुन्ना शर्मा
जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कल रविवार को जातिगत जनगणना पर मंथन होगा. राष्ट्रीय परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संबोधन होना है. पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव पर भी मुहर लगेगा. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी इस बैठक में रहेंगे. केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भी शामिल हो सकते हैं. आपको बता दें कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुख्य रूप से उन प्रस्तावों पर मुहर लगनी है, जिन्हें दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिया गया था. इसके तहत जातिगत जनगणना का प्रस्ताव महत्वपूर्ण है.
पांच दिने पहले 23 अगस्त को नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार से एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर अपनी मांग पर चर्चा कर चुका है. मुख्यमंत्री के संबोधन में जातिगत जनगणना के हालात को लेकर बोलेंगे. दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद में जनसंख्या नियंत्रण को ले लोगों को जागरूक किए जाने भी प्रस्ताव लिया गया था. जदयू की स्पष्ट सोच है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून या फिर किसी तरह के दंड के पक्ष में वह नहीं है. महिला अगर पढ़ी है तो प्रजनन दर स्वत: कम रही है. बिहार में इस तरह के प्रयोग के सकारात्मक परिणाम आए हैैं.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जदयू अपने संविधान में संशोधन पर भी मुहर लगाएगा. इसके तहत यह व्यवस्था की गई है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को यह अधिकार होगा कि वे पार्टी के राष्ट्रीय संंसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में किसी को जिम्मेदारी दे सकें. जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह भी तय हुआ था पार्टी उन राज्यों में विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी, जहां चुनाव बहुत जल्द होने वाले है. इस क्रम में उत्तर प्रदेश और मणिपुर का जिक्र आया था. इससे जुड़े प्रस्ताव पर भी राष्ट्रीय परिषद की बैठक में मुहर लगेगी.