नई दिल्ली: विशेष संवाददाता
देश में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को समीक्षा बैठक करके दिसंबर तक देश के सभी नागरिकों के टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित कर दिया. आज हुई इस बैठक में कोरोना टास्क फोर्स और प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी शामिल हुए. पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो इसके लिए वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चत करें. फिलहाल भारत में कोविड टीकाकरण का का आंकड़ा 31 करोड़ के पार पहुंच चुका है. अकेले शुक्रवार को 60 लाख से अधिक लोगों को टीके की खुराक दी गई, जिसमें 18-44 आयु वर्ग के 35.9 लाख से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक और 77,664 लोगों को दूसरी खुराक दी गई है.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 की 1.45 करोड़ से अधिक खुराक उपलब्ध है. अब तक केंद्र सरकार के नि:शुल्क और सीधी खरीद के माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 31.17 करोड़ से अधिक खुराक मिल चुकी है, जिसमें कुल 29,71,80,733 खुराकों की खपत हुई है. इसके साथ ही 1.45 करोड़ से अधिक (1,45,21,067) खुराक शेष हैं और इस्तेमाल में लाया जाना है.
डेल्टा प्लस वेरिएंट पर कितना कारगर होगा टीका
भारत में फिलहाल कोरोना की रफ्तार कम हुई है. कोरोना की दूसरी लहर यानी डेल्टा वेरिएंट ने भले ही अपनी रफ्तार को धीमी कर दी है, लेकिन डेल्टा प्लस वेरिएंट चिंता का विषय बना हुआ है, जो तीसरी लहर के रुप में भारी तबाही ला सकती है. अब तक भारत में इसके 51 मामलों की पुष्टि हुई है. इस बीच आईसीएमआर के पूर्व प्रमुख वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट बहुत तेजी फैला था और इसलिए डेल्टा प्लस को भी चिंतित करने वाला वैरिएंट मानना होगा. इस बीच टीकों के डेल्टा प्लस वेरिएंट पर असर को लेकर विश्लेषण किया जा रहा है. यूके पब्लिक हेल्थ बॉडी की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि भारत में उपलब्ध टीके डेल्टा प्लस कोविड के खिलाफ काम करते पाए गए हैं.