दिल्ली : वरिष्ठ संवाददाता
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के क्लब हाउस का सनसनीखेज ऑडियो सामने आया है. ये ऑडियो बीजेपी ने जारी किया है, जिसमें दिग्विजय सिंह कश्मीर से आर्टिकल 370 लागू करने की बात कर रहे हैं. दिग्विजय ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई तो वो 370 हटाने के फैसले पर विचार करेंगे.
दिग्विजय के क्लब हाउस चैट में पाकिस्तानी रिपोर्टर शाहज़ेब भी मौजूद था. आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह का क्लब हाउस ऑडियो 12 मई का है, जब उन्होंने पाकिस्तानी रिपोर्टर्स के सामने कहा कि कांग्रेस 370 हटाने के फैसले पर विचार करेगी. क्लब हाउस चैट में दिग्विजय सिंह ने कहा,
“जब उन्होंने कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया तो वहां लोकतंत्र नहीं था. वहां इंसानियत भी नहीं थी, क्योंकि उन्होंने सभी को जेल में बंद कर दिया था. कश्मीरियत वहां के सेक्युलरिज्म का अहम हिस्सा है, क्योंकि मुस्लिम बहुल राज्य का राजा हिंदू था और दोनों साथ मिलकर काम करते थे. यहां तक कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया गया था. ऐसे में आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला बेहद दुखद था और कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तो 370 को हटाने के फैसले पर फिर से विचार करेगी.”
बीजेपी के निशाने पर आए दिग्विजय सिंह
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने क्लब हाउस चैट का एक हिस्सा ट्विटर पर शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- ‘क्लब हाउस चैट में, राहुल गांधी के शीर्ष सहयोगी दिग्विजय सिंह एक पाकिस्तानी पत्रकार से कहते हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वे अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. वास्तव में? यही तो पाकिस्तान चाहता है…’
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने वायरल चैट ट्वीट करते हुए कहा- ‘कांग्रेस का पहला प्यार पाकिस्तान है. दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी का संदेश पाकिस्तान तक पहुंचाया है. कांग्रेस कश्मीर को हथियाने में पाकिस्तान की मदद करेगी.’
BJP नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी वायरल चैट को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस और दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया.
संबित पात्रा ने ट्विटर पर लिखा- ‘दिग्विजय सिंह ने आर्टिकल 370 बहाल करने पर पुनर्विचार की बात कही. उन्होंने हिन्दू कट्टरपंथी का जिक्र किया. कांग्रेस राष्ट्रविरोधियों का क्लब हाउस है.’
JDU ने कहा दिग्विजय सिंह की मंशा क्या है?
दिल्ली में जनता दल यू, केंद्रीय कार्यालय द्वारा जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि धारा 370 को फिर से बहाल करने की बात करने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की मंशा क्या है? क्या उनको यह बात बुरी लग रही है कि 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में स्थितियां पहले की तुलना में बहुत बेहतर हुई हैं? या उनको यह बुरा लग रहा है कि इससे आतंकवादियों को उनके मंसूबों को कामयाब बनाने में अब मदद नहीं मिल रही है? एक पाकिस्तानी पत्रकार से यह कहना कि भारत में, खासकर कश्मीर में जब 370 हटाया गया तब लोकतंत्र था ही नहीं, यह पूरी तरह से उस संसद का अपमान है जिसने धारा 370 को हटाने का फैसला किया. समझ में नहीं आता कि कांग्रेस पाकिस्तान के साथ है, अलगाववादियों के साथ है या फिर भारत के साथ है. कांग्रेस को अपनी मंशा बिल्कुल स्पष्ट करनी चाहिए और उसे बताना चाहिए कि 370 को पुनः बहाल करने से देश को क्या प्राप्त होने वाला है ? क्या इससे देश की एकता और अखंडता पर चोट नहीं पहुंचेगी और पाकिस्तान तथा अलगाववादियों को 370 की बहाली के बाद फिर से मजबूती नहीं मिलेगी?