दिल्ली: वरिष्ठ संवाददाता
पीएम मोदी ने राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य लॉकडाउन को अंतिम विकल्प रखें, देश को लॉकडाउन से बचाना है. जागरूकता से लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी. पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे बेवजह घर से ना निकले. उन्होंने लोगों से कहा वे ये मानें कि लॉकडाउन अंतिम विकल्प है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि राज्य लॉकडाउन को अंतिम विकल्प रखें.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने बीते दिनों में अपनो को खोया है, मैं सभी देशवासियों की तरफ़ से उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ. परिवार के एक सदस्य के रूप में, मैं आपके दुःख में शामिल हूं. चुनौती बड़ी है, लेकिन हमें मिलकर अपने संकल्प, हौसले और तैयारी के साथ इसको पार करना है. ऑक्सीजन प्रॉडक्शन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए भी कई स्तरों पर उपाय किए जा रहे हैं.
राज्यों में नए ऑक्सीजन प्लांट्स हों, एक लाख नए सिलेंडर पहुंचाने हों, औद्योगिक इकाइयों में इस्तेमाल हो रही ऑक्सीजन का मेडिकल इस्तेमाल हो, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है. मोदी ने कहा कि इस बार कोरोना संकट में देश के अनेक हिस्से में ऑक्सीजन की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ी है. इस विषय पर तेजी से और पूरी संवेदनशीलता के साथ काम किया जा रहा है. केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, प्राइवेट सेक्टर, सभी की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि हर जरूरतमंद को ऑक्सीजन मिले.
मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ देश आज फिर बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहा है. कुछ सप्ताह पहले तक स्थितियां संभली हुई थीं और फिर ये कोरोना की दूसरी वेव तूफान बनकर आ गई. जो पीड़ा आपने सही है, जो पीड़ा आप सह रहे हैं, उसका मुझे एहसास है. दवाओं का प्रोडक्शन बढ़ाने में दवा कंपनियों की मदद ली जा रही है. मेरी देश की दवा कंपनियों के प्रमुख लोगों से बात हुई थी. ऑक्सीजन सप्लाई देशभर में सुचारू रूप से हो इसके लिए केंद्र सरकार के मुताबिक गृह मंत्रालय ऑक्सीजन की कमी को पूरे देश भर में पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. केंद्र सरकार के आला अधिकारी यह सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं कि केंद्र और राज्य में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर बराबर समन्वय बना रहे. ऑक्सीजन की सप्लाई और ऑक्सीजन के निर्माण को लेकर पिछले 4 दिनों में गृह मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश को हम आदेश जारी किए जा चुके हैं.
पीएम ने कहा कि वेक्सीन इंडस्ट्री की सबसे बड़ी ताकत सामर्थ्य, संसाधन और सेवा भाव है, इसी के कारण आज वो दुनिया में वेक्सीन लीडर बने हैं. बीते कुछ दिनों में
बीते कुछ घंटों में ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ी है. इसपर तेजी से काम किया जा रहा है. केंद्र सरकार, राज्य सरकार और प्राइवेट सेक्टर की कोशिश है कि ऑक्सीजन की सप्लाई बढे.
राज्य में नए ऑक्सीजन प्लांट हों, ऑक्सीजन रेल हो, हर प्रयास किया जा रहा है. जैसे ही #कोरोना के केस बढे देश के फार्म सेक्टर ने दो दवाइयों का प्रोडक्शन और बढ़ा दिया गया है. दवाइयों के प्रोडक्शन को और तेज किया जा रहा है. हमारे पास फार्मा सेक्टर है, जो तेजी से दवाइयों को बनाता है दवाइयों को बनाया जा था कई शहरों में बेड को बढ़ाया जा रहा है.
जैसे ही कोरोना के कुछ केस आये थे, कोरोना की वैक्सीन को बनाना शुरू कर दिया गया था. हमारे वैज्ञानिकों ने कम समय में वैक्सीन बनाकर तैयार कर दिया था. वैक्सीन की एप्रूवल और रेग्युलेटरी प्रोसेस को फास्टट्रैक पर रखने के साथ इसे बढ़ाया गया है. हमारा देश दो कोरोना वैक्सीन के साथ दुनिया का सबसे बड़ा टीका अभियान शुरू कर पाया. दुनिया में सबसे तेजी से भारत में पहले 11 करोड़ फिर 12 करोड़ अब 13 करोड़ डोज दिए गये हैं. हमारे हेल्थ वर्कर और कोरोना वारियर्स और सीनियर सिटीजन के बड़े हिस्से को टीका लग चुका है. कल एक और निर्णय लिया गया है अब एक मई से 18 साल से ऊपर तक के लोगों को वैक्सीन लगेगी.